India News (इंडिया न्यूज),India Pakistan Conflict:पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात को पाकिस्तान पर हमला किया था। इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया था। इस हमले में पाकिस्तान के कम से कम 9 आतंकी ठिकाने नष्ट कर दिए गए थे। इसके बाद से ही पाकिस्तान लगातार कठोर बयान दे रहा है। उनके प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कल नेशनल असेंबली के जरिए पहले पाकिस्तानी लोगों को संबोधित किया।फिर देर रात राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने भारत के हमले का जवाब देने की बात भी कही। लगातार बदलते घटनाक्रम और भारत-पाकिस्तान सीमा- LoC पर बढ़ते तनाव के बीच जम्मू-कश्मीर के संगठनों ने सीमावर्ती जिलों के अस्पतालों की छतों पर रेड क्रॉस का निशान बनाना शुरू कर दिया है। इस निशान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है। इसका क्या मतलब है, आइए जानें।

जिनेवा कन्वेंशन में क्या है प्रावधान

रेड क्रॉस- इस एहतियाती उपाय का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सीमा रेखा पर बढ़ते तनाव के बीच अस्पतालों को किसी भी तरह के हवाई या बम विस्फोट से बचाना है। संयुक्त राष्ट्र का जिनेवा कन्वेंशन एक तरह का अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून है। जिसका उद्देश्य सशस्त्र संघर्ष के दौरान आम लोगों की सुरक्षा करना और किसी अप्रिय घटना की स्थिति में उपचार के लिए नियम तय करना है।यह भी बता दें कि यह कन्वेंशन युद्ध के कुछ नियम तय करता है। ताकि युद्ध की स्थिति में भी नागरिकों और युद्धबंदियों के अधिकारों की रक्षा हो सके। इसके तहत जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों में स्थित अस्पतालों पर रेड क्रॉस का निशान बनाया जा रहा है, ताकि स्वास्थ्य कर्मियों और उनसे जुड़े बुनियादी ढांचे पर किसी तरह का हमला न हो।

रेड क्रॉस क्या संदेश देता है

किसी इमारत पर रेड क्रॉस का निशान बनाने का मतलब है दुश्मन के खेमे को यह बताना कि संबंधित इमारत एक अस्पताल है और इसे जिनेवा कन्वेंशन के तहत निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। ये निशान जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, श्रीनगर, अनंतनाग और ऐसे ही अन्य जिलों में स्थित अस्पतालों में बनाए जा रहे हैं जो भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे हैं।भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम हमले के बाद से संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। साथ ही भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर मिसाइल हमले के बाद पाकिस्तान सीमावर्ती इलाकों में बड़े पैमाने पर बमबारी कर रहा है। साथ ही किसी भी तरह के हमले की आशंका अभी भी बनी हुई है।

पहलगाम हमला

22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी। भारत ने पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तानी आतंकियों और उसके बुनियादी ढांचे को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि, पाकिस्तान पहलगाम हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार करता रहा है।पाकिस्तान सरकार इस हमले की किसी अंतरराष्ट्रीय संस्था से निष्पक्ष जांच की मांग करती रही है। जबकि भारत का कहना है कि उसके पास इस बात के पुख्ता खुफिया सबूत हैं कि इस हमले को पाकिस्तान से संचालित और योजनाबद्ध किया गया था।

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