India News (इंडिया न्यूज), G7 Summit In Canada: 6 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूचना दी कि नादिया में होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित उन्हें किया गया है। भारत और कनाडा के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच कनाडा के इस कदम की हर जगह चर्चा हो रही है। इस मामले पर प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने कहा कि जी-7 देश अपने आगामी शिखर सम्मेलन में सुरक्षा और ऊर्जा समेत अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि अंतर-सरकारी राजनीतिक और आर्थिक मंच में भारत की मौजूदगी जरूरी है।
कार्नी ने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और सबसे ज्यादा आबादी वाला देश भी है, इसलिए उसे इस स्थान पर होना ही चाहिए। उन्होंने कहा, “इस संदर्भ में मैं दो पहलू बताऊंगा। पहला, हम भूमिका में हैं, कनाडा जी-7 के अध्यक्ष की भूमिका में है और हमारे जी-7 भागीदारों के साथ चर्चा में ऊर्जा, सुरक्षा, डिजिटल भविष्य, महत्वपूर्ण खनिज और अन्य मुद्दों पर महत्वपूर्ण चर्चा शामिल है। साथ ही उभरते और विकासशील देशों में बुनियादी ढांचे के निर्माण में साझेदारी भी शामिल है।”
भारत के बारे में कार्नी ने क्या कहा?
उन्होंने कहा, “कुछ ऐसे देश हैं जिन्हें इन चर्चाओं में शामिल होना चाहिए और जी7 अध्यक्ष के रूप में मैं इन निर्णयों को लेने के लिए कुछ अन्य देशों से परामर्श करूंगा। भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, प्रभावी रूप से दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है, उन आपूर्ति श्रृंखलाओं में से कई के केंद्र में है, इसलिए यह समझ में आता है।”
कार्नी ने कहा कि भारत और कनाडा कानून प्रवर्तन पर काम कर रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने कहा, “साथ ही, द्विपक्षीय स्तर पर हम कानून प्रवर्तन वार्ता जारी रखने के लिए सहमत हुए हैं, इसलिए जवाबदेही के मुद्दों को पहचानने में कुछ प्रगति हुई है। मैंने इस संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है।”
पीएम मोदी ने क्या लिखा?
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को पुष्टि की कि वह कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर कनाडा में आयोजित होने वाले ग्रुप ऑफ सेवन (जी7) नेताओं के आगामी शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क जे कार्नी से फोन पर बात करके खुशी हुई। हाल के चुनावों में उनकी जीत पर उन्हें बधाई दी और इस महीने के अंत में कनानसकीस में होने वाले जी-7 शिखर सम्मेलन में मुझे आमंत्रित करने के लिए उनका धन्यवाद किया। गहरे जन-जन संबंधों से बंधे जीवंत लोकतंत्रों के रूप में, भारत और कनाडा आपसी सम्मान और साझा हितों के आधार पर नए जोश के साथ मिलकर काम करेंगे। शिखर सम्मेलन में हमारी मुलाकात का बेसब्री से इंतजार है।”