इडिया न्यूज़- वैष्णो देवी मंदिर में नव वर्ष के मौके पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने कटरा में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। इस साल एक जनवरी को मंदिर में हुई भगदड़ से 12 तीर्थयात्रियों की जान चली गई थी, वहीं 16 अन्य घायल हो गए थे। इस नव वर्ष पर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बेहतर इंतजाम किया है। और 13 किलोमीटर के ट्रैकिंग के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए एक ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन’(आरएफआईडी) शुरू किया है. यह एक प्रकार का कार्ड है, जिसकी मदद से 13 किलोमीटर लंबे ट्रैक वाले इलाके में श्रद्धालुओं की निगरानी की जा सकेगी ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।
जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुट पर्वत पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए श्राइन बोर्ड ने भी कोरोना के नियमों को सख्ती से पालन करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। कोरोना से बचने के लिए श्रद्धालुओं को कोविड के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है। फिलहाल, सरकार ने अभी तक सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना अनिवार्य नहीं किया है, इसके बावजूद माता वैष्णो देवी मंदिर में आने वाले भक्तों के स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए मास्क पहनने की सलाह दी गई है।
मंदिर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
श्राइन बोर्ड के मुताबिक, ‘नए साल के मौके पर मंदिर मैनेजमेंट श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को मैनेज करने के लिए तैयार है। भीड़ को रोकने के लिए लगभग 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।’दो जनवरी तक श्राइन बोर्ड की टीमे पूरे रूट में तैनात रहेंगी।