-अटैक के सोमवार को सामने आते हैं सबसे ज्यादा मामले, सर्दियों में क्रिसमस से शुरुआत : Research 

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :

World Heart Day एक रिसर्च में सामने आया है कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का दिल ज्यादा मेहनत करता है, क्योंकि ये ज्यादा धड़कता है। अमेरिका की यह रिसर्च रिपोर्ट कहती है कि हार्ट अटैक के सबसे ज्यादा मामले सोमवार को सामने आते हैं और सर्दियों में इस रोग की शुरुआत क्रिसमस से होती है।

आज वर्ल्ड हार्ट डे है। तो जानिए हार्ट अटैक इंसान के लिए कितना खतरनाक साबित हो रहा है। दुनिया भर में हार्ट फेल से होने वाली मौतों के मामले में भारत दूसरे नंबर पर है। यूूरोपियन जर्नल आफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में प्रकाशित शोध के अनुसार अकेले भारत और चीन में विश्व के 46.5 फीसदी नए मामले सामने आए हैं। दोनों देशों में वायु प्रदूषण भी कार्डियोवास्कलुर रोग और सांस की बीमारी जैसे रोगों का प्रमुख कारण है।

लैंसेट’ में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन के मुताबिक इस्केमिक (IHD) हृदय रोग के दुनियाभर में मामलों का करीब चौथाई हिस्सा अकेले भारत में होता है। WHO के मुताबिक, पिछले 20 साल में दुनियाभर में सबसे ज्यादा मौतें दिल की बीमारी से हुईं। डायबिटीज के अलावा अब डिमेंशिया यानी भूलने की बीमारी भी दुनिया के उन 10 रोगों में शामिल है जो सबसे ज्यादा लोगों की जिंदगियां छीन रही है।

World Heart Day 27 वर्ष में दोगुने हुए हार्ट अटैक के मामले

रिपोर्ट के अनुसार 1990 से 2017 के बीच हार्ट फेल के मामलों में 91.9 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। अध्ययन के अनुसार 1990 से 2017 के दौरान हार्ट फेल के मामले करीब-करीब दोगुने हो गए हैं। 2017 में हार्ट फेल के केसों की संख्या 6.43 करोड़ थी जिसमें 2.95 करोड़ पुरुष थे जबकि महिलाओं की संख्या 3.48 करोड़ थी। इसके अलावा हार्ट फेल के मामले 70 से 74 साल के पुरुषों में अधिक है। वहीं 75-79 साल की महिलाओं में हार्ट फेल के मामले ज्यादा है। प्रमुख बात यह है कि 70 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हार्ट फेल के मामले अधिक है।
रिपोर्ट में बड़ी बात यह है कि हार्ट फेल के मामले 1990-2017 के दौरान चीन और भारत में सबसे अधिक बढ़े हैं। चीन में हार्ट फेल के मामले 29.9 फीसद बढ़े है वहीं भारत में 16 फीसद बढ़े है। यानी सीधे तौर पर कहें तो यह एशिया में तेजी से बढ़ रहा है।

World Heart Day खतरा घटाता है विटामिन-के

शोधकर्ताओं के मुताबिक, विटामिन-के दो तरह के होते हैं। पहला- विटामिन-के1, यह हरी सब्जियों और वेजिटेबल आॅयल से मिलता है। दूसरा- विटामिन-के2, यह मीट, अंडे और चीज में पाया जाता है। अगर कोई शख्स एथेरोस्केरियोसिस से जूझ रहा है और खानपान में विटामिन-के1 लेता है उसके हॉस्पिटल में भर्ती होने का खतरा 21 फीसदी तक कम हो जाता है। अगर एथेरोस्केरियोसिस के मरीज खानपान में विटामिन-के2 की पर्याप्त मात्रा लेते हैं तो ऐसे मरीजों के हॉस्पिटल में भर्ती होने की आशंका 14 फीसदी तक कम हो जाती है। शोधकर्ताओं ने 23 साल तक 50 हजार लोगों के हेल्थ डाटा की जांच की। रिसर्च में सामने आया कि विटामिन-के हृदय रोग एथेरोस्केरियोसिस के रिस्क को कम करता है।

World Heart Day Ischemic heart disease का करीब चौथाई हिस्सा अकेले भारत में

इस्केमिक (आईएचडी) हार्ट रोग ऐसी स्थिति है जो दिल में रक्त की आपूर्ति को प्रभावित करती है। रक्त वाहिकाओं को उनकी दीवारों पर कोलेस्ट्रॉल के जमाव के कारण संकुचित या अवरुद्ध कर दिया जाता है। इससे हृदय की मांसपेशियों में आक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति कम हो जाती है, जो दिल की उचित कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक है। इसकी वजह से अचानक रक्त की आपूर्ति बाधित हो जाती है , जिसके परिणामस्वरूप दिल का दौरा पड़ता है। लैंसेट’ में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन के मुताबिक आईएचडी हृदय रोग के दुनियाभर में मामलों का करीब चौथाई हिस्सा अकेले भारत में होता है। दिल में खून की कम आपूर्ति इस बीमारी का प्रमुख लक्षण है। इस्केमिक हृदय रोग भारतीय मरीजों में हार्ट फेलियर का मुख्य कारण है।

Read More : How To Avoid Heart Attack And Stroke कॉम्बिनेशन थेरेपी से हार्ट अटैक व स्ट्रोक का जोखिम हो सकता है कम

Read More : World Heart Day 2021 आधुनिक जीवनशैली पहुंचा रही हृदय को आघात

Read More : 20+ Emostional World Heart Day Message for Patients

Connect With Us: Twitter facebook