पहलवानों के धरने और यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद सरकार ने कुश्ती संघ डब्ल्यूएफआई (WFI) का कामकाज देखने के लिए एक ओवरसाइट कमेटी बनाई थी। इस कमेटी के सदस्यों के नामों की घोषणा सोमवार 23 जनवरी को की गई थी, लेकिन कमेटी के गठन के बाद भी ये जंग नही थमी, पहलवानों ने कमेटी के सदस्य के नामों पर नाराजगी जताई है ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया साक्षी मलिक ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि सरकार ने कमेटी के गठन को लेकर पहलवानों से बात नहीं की हालांकि खेल मंत्रालय ने कहा है कि पहलवानों से सुझाव लिए गए थे।
हमसे सलाह तक नहीं ली गई- साक्षी मलिक
ओलंपियन पहलवान साक्षी मलिक ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हमें आश्वासन दिया गया था कि ओवरसाइट कमेटी के गठन से पहले हमसे सलाह ली जाएगी। बहुत दुख की बात है कि इस समिति के गठन से पहले हमसे सलाह तक नहीं ली गई। साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को टैग भी किया है।
मेरीकॉम की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी
दिग्गज मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित पांच सदस्य निगरानी समिति की अध्यक्ष बनाया गया था।