एक माह के अंदर यमुना नदी में ये दूसरी बार अमोनिया की मात्रा बढ़ गई है। जिस वजह से दिल्ली जल बोर्ड के वजीराबाद, चंद्रावल व हैदरपुर जलशोधक संयंत्र पूरी क्षमता से चलने बंद हो गए हैं। इन संयत्रों से जुड़े राजधानी के करीब 30 प्रतिशत इलाके में पेयजल संकट पैदा हो गया है।
आपको बता दे हरियाणा के कई शहरों से यमुना नदी में काफी मात्रा में रसायनिक कचरा बहा दिया गया है और यमुना नदी में अमोनिया का मात्रा बढ़ गई है। गत दिसंबर माह के अंत में भी नदी में अमोनिया की मात्रा बढ़ी थी। दिल्ली जल बोर्ड ने दोनों संयंत्रों से जुड़े निवासियों से अपील की है कि वह पानी का भंडारण कर उसका सदुपयोग करें। कुछ दिनों तक पानी की आपूर्ति प्रभावित रह सकती है। पानी की कमी होने पर प्रभावित क्षेत्र के लोग दिल्ली जल बोर्ड के कार्यालय से पानी के टैंकर मंगवा सकते हैं।