India News (इंडिया न्यूज), Zodiac Sign: वैदिक ज्योतिष में शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शनिदेव की कृपा किसी भी व्यक्ति पर होती है। पहले राजा बनाते हैं, बाद में तिलक लगाते हैं। दरअसल, शनिदेव ग्रहों में सबसे क्रूर ग्रह माने जाते हैं और बुरे कर्मों के लिए दंड भी देते हैं। इसके अलावा शनिदेव को सभी ग्रहों में सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह भी माना जाता है और इनका प्रभाव किसी भी राशि पर लंबे समय तक रहता है, चाहे वह शुभ हो या अशुभ। ऐसे में कहा जाता है कि जिस घर या राशि या व्यक्ति पर शनि की तिरछी या टेढ़ी नजर पड़ती है। उस व्यक्ति को कई प्रकार के दुखों का भी सामना करना पड़ता है।
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शनि बेहद महत्वपूर्ण ग्रह
अयोध्या के ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम कहते हैं कि ज्योतिष गणना में शनि को बहुत महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है। शनिदेव जब प्रसन्न होते हैं तो व्यक्ति को गरीब से अमीर बना देते हैं। साथ ही जब इन्हें गुस्सा आता है तो ये अमीरों को भी गरीब बना देते हैं। अर्थात शनि व्यक्ति के कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं। शनिदेव की कुछ राशियां प्रिय मानी जाती हैं। कहा जाता है कि इन राशि के लोगों पर शनि की विशेष कृपा होने से जीवन में हमेशा खुशियां बनी रहती हैं और खजाना धन से भरा रहता है।
कौन सी हैं शनिदेव की पसंदीदा राशियां
बता दें कि, शनि देव की सबसे पसंदीदा राशियां तुला, मकर और कुंभ मानी जाती हैं। शनि की दृष्टि अपनी राशि या उच्च राशि में होने पर व्यक्ति को लाभ मिलता है। जब शनि की दृष्टि मेष, कर्क या सिंह राशि पर हो तो लाभ ही लाभ होता है। इसके अलावा जब बृहस्पति की दृष्टि शनि पर हो तो यह भी लाभकारी माना जाता है। शनि जब कुम्भ राशि में होता है तो शुभ फल देता है।