India News (इंडिया न्यूज), Taliban Minister Flee Afghanistan: सत्ता परिवर्तन के बाद से ही अफगानिस्तान जबरदस्त सुर्खियों में बना हुआ है। जहां एक तरफ पाकिस्तान के साथ संघर्ष चल रहा है, वहीं अब अफगानिस्तान में एक नया बवाल खड़ा हो गया है। हालात यहां तक पहुंच चुके हैं कि 3 खूंखार तालिबानी नेता देश छोड़कर रफूचक्कर हो चुके हैं। अफगानिस्तान के अंदर तालिबानी सरकार अंदर ही अंदर बुरी तरह सुलग रही है, जिसे लंबे समय से छुपाया जा रहा है। अब सरकार की जो कड़वी सच्चाई सामने आई है, उसे देखकर पूरी दुनिया हैरान रह गई है।

किस बात का है डर?

दरअसल, साल 2021 में कब्जे के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनी अंतरिम सरकार बनाई थी। इस सरकार में मंत्री पद संगठन में ताकत के हिसाब से बांटे गए थे यानी, जिससे हर कोई खुश नहीं था। अब वही फैसला नासूर बन गया है और मंत्री पदों के लिए सरकार के अंदर ही गुट तैयार हो गए हैं और इनके बीच में टकराव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच हालात ऐसे हो गए हैं कि एक गुट इतना पावरफुल बन गया है कि अब पूरे तालिबान पर कब्जा चाहता है। मामला बिगड़ता देख गई तालिबानी नेता सरगना देश ही छोड़ कर चले गए हैं।

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कौन-कौन देश छोड़कर भागे?

देश छोड़कर भागने वाले नेताओं में सिराजुद्दीन हक्कानी का नाम शामिल है, जिन्हें अफगानिस्तान का सबसे ताकतवर केंद्रीय आंतरिक सुरक्षा मंत्रालय सौंपा गया था। सिराजुद्दीन इस बहाने से देश से निकले थे कि वो संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब का दौरा करने जा रहे हैं लेकिन उसके बाद से लौटे ही नहीं।

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इसके अलावा अब्बास स्टानिकजई भी इस लिस्ट में हैं, जिन्हें विदेश मंत्रालय का प्रभार दिया गया था। वो इलाज करवाने के नाम पर विदेश निकले थे और फिर लौटे ही नहीं। तालिबान के कद्दावर नेता मुल्ला बरादर भी विदेश में जाकर बस गए हैं और अफगानिस्तान लौटने का उनका कोई मंसूबा नहीं दिख रहा है। इन हालातों को देखते हुए दावा किया जा रहा है कि अफगानिस्तान में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है।