इंडिया न्यूज़: (America Firing News) एक बार फिर अमेरिका में गोलियां चली हैं। बता दें कि यहां मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी कैंपस में एक शख्स ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। कईं लोग उसकी गोलियां का शिकार हुए। इस घटना में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कम से कम 5 लोग घायल हुए हैं। बताया गया कि ये हमला छात्रों पर किया गया है। वहीं, MSU पुलिस के बयान में कहा गया कि मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी कैंपस में गोलीबारी 2 जगह हुई है। इसमें अब तक 3 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। पुलिस के मुताबिक, जिस शख्स ने गोलियां चलाई, उसकी उम्र लगभग 43 साल बताई जा रही है।
- अमेरिका में फिर हुई फायरिंग
- मिशिगन यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हमला
- अमेरिकी नागरिकों के लिए बंदूक रखने का कानून
संदिग्ध हमलावर की हुई मौत
इस घटना के बारे में पुलिस ने बताया कि जानलेवा फायरिंग कांड में हमलावर ने खुद को भी चोट पहुंचाई, जिससे उसकी भी मौत हो गई है। बताया गया कि कैंपस के बाहर एक संदिग्ध का शव पाया गया है। अभी हमलावर की पहचान नहीं हो पाई है। वहीं, इस डरावने हालात को देखते हुए छात्रों को कैंपस न आने का आदेश दिया गया है और गोलीबारी में घायल हुए छात्रों को नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
क्लासेज 48 घंटे के लिए सस्पेंड
अमेरिकन मीडिया की रिपोर्ट्स में बताया गया कि इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी में सभी एक्टिविटीज और क्लास अगले 48 घंटे के लिए सस्पेंड कर दी गई हैं। बता दें कि इससे पहले अमेरिका के फ्लोरिडा में सोमवार दोपहर हुई फायरिंग में 10 लोग घायल हुए थे, वो घटना फ्लोरिडा के लेक लैंड इलाके में हुई थी। पिछले कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों से लगातार फायरिंग की घटनाएं सामने आ रहीं हैं।
अमेरिकी नागरिकों के लिए बंदूक रखने का कानून
एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में पिछले साल यानी 2022 में 600 से ज्यादा ग्रुप फायरिंग की घटनाएं दर्ज की गई थीं। दरइसल, अमेरिका में नागरिकों के लिए एक बंदूक रखने का कानून है, जिसके मुताबिक हर कोई बंदूक रख सकता है। लगातार हो रही इन घटनाओं के बाद इस कानून पर अब सवाल उठ रहें हैं।