India News (इंडिया न्यूज),Pakistan Train Hijack:पाकिस्तान ने बलूचिस्तान प्रांत में ट्रेन अपहरण की घटना के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है। बलूच विद्रोहियों के सामने बेबस शाहबाज सरकार ने कहा कि हमलावरों के नेता अफगानिस्तान में बैठे थे और कथित तौर पर भारत द्वारा प्रायोजित थे। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने गुरुवार को कहा कि इस्लामाबाद के पास इस बात के सबूत हैं कि ट्रेन अपहरण से संबंधित कॉल अफगानिस्तान से आई थीं। पाकिस्तान ने इसके लिए अफगानिस्तान पर आरोप भी लगाया।

जब पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता से पूछा गया कि क्या इस्लामाबाद ने भारत से अफगानिस्तान में आतंकवाद पर अपना रुख बदला है, तो शफकत अली खान ने कहा कि हमारी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है और तथ्य भी नहीं बदले हैं। भारत पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित करने में शामिल है। मैं जिस बात का जिक्र कर रहा था, वह यह थी कि हमारे पास इस घटना में अफगानिस्तान से कॉल आने के सबूत हैं। यही मैंने कहा।

जाफर एक्सप्रेस का अपहरण

दरअसल, मंगलवार को जाफर एक्सप्रेस का अपहरण कर लिया गया था। इसके बाद से ही पाकिस्तानी सेना और शाहबाज सरकार सीधे तौर पर भारत का नाम लिए बिना उस पर आरोप लगा रही है, जबकि देश की सेना और खुफिया अधिकारी गंभीर सुरक्षा विफलताओं को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि भारत ने अभी तक पाकिस्तान के आरोपों का जवाब नहीं दिया है। वहीं, अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के आरोपों को खारिज किया है। अफगानिस्तान ने कहा कि गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी न करें। अपनी सुरक्षा और आंतरिक समस्याओं के समाधान पर ध्यान दें।

450 यात्री थे सवार

दरअसल, हर दिन की  11 मार्च को भी जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से पेशावर के लिए रवाना हुई थी। इस ट्रेन में करीब 450 यात्री सवार थे। ट्रेन जब बालोन पहाड़ी में एक सुरंग से गुजर रही थी, तभी घात लगाए बैठे बीएलए के हथियारबंद आतंकियों ने इस पर हमला कर दिया। इसमें 21 यात्रियों समेत 58 लोगों की मौत हो गई। सुरक्षा बलों ने 33 बलूज लड़ाकों को मार गिराया पाकिस्तान का हालिया बयान ऐसे समय में आया है, जब बीएलए ने उसके खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है।

शाहबाज शरीफ ने क्या कहा ?

बलूचिस्तान के बोलन में ट्रेन अपहरण की घटना के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने देश में आतंकवाद के खतरे के खिलाफ राष्ट्रीय एकता और बातचीत का आह्वान किया। पीएम शाहबाज ने गुरुवार को क्वेटा में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों से देश के सामने मौजूद चुनौतियों पर चर्चा करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि मेरे विचार से यह एक चुनौती है। इस घटना पर पूरी एकता होनी चाहिए थी, लेकिन दुर्भाग्य से इसमें कमी है। उन्होंने आम सहमति बनाने की जरूरत पर जोर दिया और आतंकवाद से लड़ने के लिए सुरक्षा बलों को जरूरी संसाधन मुहैया कराने का संकल्प लिया। शाहबाज ने कहा कि आज राष्ट्रीय एकता और एकजुटता की पहले से कहीं ज्यादा जरूरत है। हम अपनी राजनीति जारी रखेंगे, लेकिन देश को आतंकवाद से बचाने के अहम मुद्दे पर हमें एकजुट होना होगा।

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