India News (इंडिया न्यूज), Report On US Air Force : दुनिया की सबसे ताकतवर सेना इस वक्त अमेरिका के पास है। फिर चाहे आप आकड़ों की बात करें या फिर टेक्नोलॉजी। वहीं अमेरिकी एयरफोर्स की बात करें तो उनकी फाइटर जेट्स टेक्नोलॉजी दुनिया के कई देशों से सालों आगे है। चीन काफी समय से अमेरिकी एयरफोर्स से आगे निकलने के लिए हाथ पैर मार रहा है। लेकिन ये बात सभी जानते हैं कि चीन का प्रोडेक्ट कैसा होता है। अमेरिका को भी अपने फाइटर जेट्स टेक्नोलॉजी पर काफी घमंड है।

लेकिन उसके इस घमंड को बड़ा झटका लगा है। सामने आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिका के पास सैकड़ों फाइटर जेट्स तो हैं, लेकिन उनमें से मिशन के लिए सक्षम फाइटर जेट्स की संख्या पिछले एक दशक में सबसे निचले स्तर पर है। इसका मतलब ये है कि अमेरिका के पास एक से बढ़कर एक लड़ाकू विमान हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर कुछ ना कुछ दिक्कतों की वजह से ग्राउंडेड हैं।

हाल के समय में अमेरिकी एयरफोर्स के पास 2094 चौथी और पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू और नजदीकी हवाई सहायता (CAS) विमान हैं। ये रिपोर्ट ऐसे समय में सामने आई है जब ट्रंप प्रशासन भारत को अपने एडवांस फाइटर जेट्स F35 लेने का ऑफर दे रहे हैं।

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एक रिपोर्ट ने खोल दी अमेरिकी एयरफोर्स की पोल

अमेरिका की गवर्नमेंट अकाउंटिबिलिटी ऑफिस (GAO) की तरफ से जारी की गई एक समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी वायुसेना की औसत मिशन सक्षमता दर वित्त वर्ष 2024 में 67.15% तक गिर गई है, जो 2023 में 69.92% और 2022 में 71.24% से थोड़ा कम है। इन आंकड़ों का मतलब ये हुआ कि गिनाने के लिए अमेरिका के पास एक से बढ़कर एक लड़ाकू विमान हैं, लेकिन उनमें से ज्यादातर कुछ ना कुछ दिक्कतों की वजह से ग्राउंडेड हैं। इसका मतलब है कि जंग के समय एयरफोर्स अमेरिका की ज्यादा मदद नहीं कर पाएगी।

एयर एंड स्पेस फोर्सेज की रिपोर्ट में कहा गया है कि पुराने एयरफ्रेम के रिटायर्ड होने की वजह से पुराने F-15C के बेड़े में थोड़ी फूर्ति आई है और उसका सक्षम दर 63.7% तक पहुंच गई है। वहीं सर्विस में सिर्फ आठ जेट के साथ नए F-15EX ने प्रभावशाली 83.13% दर हासिल की।

F-22 रैप्टर फाइटर जेट की बात करें तो इसमें सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है। इसकी सक्षमता दर 52% से 40.19% तक गिर गई है। अमेरिकी संसद ने असक्षम होने की वजह से इसके प्रोडक्शन को कम से कम 2028 तक रोक दिया है। F-35A लड़ाकू विमानों का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर रहा है, जो 51.5% तक पहुंच गया है।

अमेरिका का डिफेंस बजट

अमेरिका का डिफेंस बजट हाल के समय में दुनिया में सबसे ज्यादा है। बाइडेन प्रशासन ने वित्तवर्ष 2025 में डिफेंस डिपार्टमेंट के लिए 7.5 ट्रिलियन डॉलर बजट का अनुरोध किया था। जिसमें से 199.1 अरब डॉलर वायुसेना को आवंटित किया गया था, जो वित्तवर्ष 2024 के मुकाबले 1.7 प्रतिशत ज्यादा है। इसमें से 75.6 अरब डॉलर ऑपरेशंस और मेंटिनेंस के लिए रखा गया है। खास बात ये है कि यहां पर 29 अरब डॉलर केवल लड़ाकू विमानों को खरीदने के लिए रखा है। इसमें यूएस एयरफोर्स ने F-35A स्टील्थ फाइटर जेट, F-15EX, KC-46A टैंकर और T-7A एडवांस ट्रेनर जैसे अगली पीढ़ी के प्लेटफॉर्म शामिल हैं।

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