India News (इंडिया न्यूज), ADF Beheaded 70 People Inside Church : अफ्रीकी देश कांगो से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां पर एक चर्च में छिपे हुए 70 लोगों के सिर कलम कर दिया गया है। ये मामला शुक्रवार का बताया जा रहा है, जहां चर्च में 70 लोगों की सिर कटी लाशें मिलीं। इन सभी व्यक्तियों को बंदी बनाकर रखा हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये सभी दुर्भाग्यशाली लोग एडीएफ विद्रोहियों के बंदी थे और जो कसांगा में एक प्रोटेस्टेंट चर्च में पाए गए।
एडीएफ लगातार हमले कर रहा है। और लोग लगातार वहाँ से पलायन कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हत्याकांड में मारे गए लोगों में वे दर्जनों लोग शामिल हैं जो पिछले बुधवार से गांव में लापता बताए जा रहे हैं। स्थानीय मीडिया से मिली भयावह जानकारी से पता चला है कि इन लोगों का सिर चाकू से धड़ से अलग किया गया है।
एडीएफ की आईएसआईएस जैसी मानसिकता
कांगो में इन दिनों युद्ध चल रहा है और इसमें सबसे ज्यादा आम जनता शिकार हो रही है। यहां एडीएफ अर्थात एलीड डिफेन्स फोर्सेस आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़ी है और उन्हें इस क्षेत्र में सबसे खतरनाक सशस्त्र विद्रोही समूह माना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 13 फरवरी को सुबह के लगभग 4 बजे, एलीड डेमक्रैटिक फोर्सेस के संदिग्ध आतंकियों ने लुबेरो क्षेत्र में मायबा में घरों पर हमला किया और बीस ईसाई पुरुष और महिलाओं को कैद कर लिया गया। इस खबर को सुनते ही स्थानीय समुदाय के लोग आक्रोशित हुए और बाहर आए, मगर जैसे ही वे बाहर आए, वैसे ही उन्हें घेरकर खड़े हुए एडीएफ के आतंकियों ने और 50 लोगों को कैद कर लिया।
फिर इन सभी को कसांगा में एक प्रोटेस्टेंट चर्च में ले जाया गया और फिर वहीं पर उन्हें निर्दयतापूर्वक मार डाला गया। अकेले पिछले महीने में ही इस समूह ने बसवघा प्रमुख क्षेत्र में 200 से अधिक लोगों की हत्या कर दी थी। रिपोर्ट्स के अनुसार स्थानीय नेताओं का कहना है कि रवांडा का समर्थन पाए हुए पूर्वी कांगो के विद्रोहियों ने उस क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े शहर बुकवु में शुक्रवार को प्रवेश किया था।
‘इस हिंसा के खिलाफ उठाया जाए कदम’
हंगरी के सताए हुए ईसाइयों के स्टेट सेक्रेटरी ट्रिस्टन अजबेज ने भी एक्स पर लिखा कि उन्हें 70 लोगों के हत्याकांड से बहुत दुख पहुंचा है। उन्होंने यह भी लिखा कि हंगरी सताए हुए ईसाइयों के साथ खड़ा है मगर आवश्यकता है कि विश्व अब पहचानें कि ईसाइयों पर अत्याचार हो रहा है और इसके खिलाफ कदम उठाए।