India News (इंडिया न्यूज), Russian Bomber Tu 95MS In Ukraine : ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से पिछले तीन सालों से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के खत्म होने की आशंका जताई जा रही है। जंग को खत्म करने के लिए ट्रंप और पुतिन के बीच फोन पर बात भी हुई है। लेकिन अमेरिका की एक हरकत ने इलाके में एक बार फिर से टेंशन बढ़ा दी है। असल में यूक्रेन युद्ध के तीन साल होने पर अमेरिका ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए रूसी सीमा से 80 किमी की दूरी पर अपने बॉम्बर उड़ाए थे।
अमेरिकी बी-52 परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। इसी का जवाब देते हुए रूस की ओर से यूक्रेन पर परमाणु हमला करने की ताकत रखने वाले बमवर्षकों का इस्तेमाल किया गया। इसके बाद से नाटो सेना ने पोलैंड में अपनी एयरफोर्स को तैनात कर दिया है। अमेरिकी बी-52 ने पूर्वी एस्टोनिया के ऊपर उड़ाया गया था। इसी दिन एस्टोनिया का स्वतंत्रता दिवस भी था।
‘स्टोनिया पर हमला कर सकते हैं पुतिन’
अमेरिकी बॉम्बर उड़ाए जाने के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति ने चेतावनी दी है। जेलेंस्की ने कहा है कि पुतिन जिन देशों पर आगे हमला कर सकते हैं उसमें अब एस्टोनिया भी शामिल हो गया है।यूक्रेनी राष्ट्रपति का कहना है कि जिन पूर्वी यूरोपीय देशों में रूसी आबादी है या सोवियत संघ के प्रभाव क्षेत्र का हिस्सा थे, वह खतरे में हैं।जेलेंस्की के मुताबिक पोलैंड, स्लोवाकिया, लातविया, एस्टोनिया और मोल्दोवा पुतिन के निशाने पर हैं।रूस ने नाटो के इस एयरशो पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन इसके बाद यूक्रेन पर भयानक हमला जरूर किया।
रूस के बॉम्बर को देख नाटो अलर्ट
अमेरिका के बाद रूस ने Tu-95MS जेट्स का इस्तेमाल किया है। इससे कीव के साथ नाटो की भी हवा टाइट हो गई है। हालत ये हो गई कि लोगों को भागकर अंडर ग्राउंड शेल्टर में शरण लेनी पड़ी। रूस का ये स्ट्रैटेजिक बॉम्बर लंबी दूरी तक हमला कर सकता है।परमाणु हथियार ले जाने में यह सक्षम है।पुतिन के पास ऐसे 55 विमान हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन के कीव झाइटॉमिर, सुमी और चेर्कासी सहित कई यूक्रेनी इलाकों में भयानक विस्फोट सुनाई दिए. रूस ने ड्रोन का इस्तेमाल भी हमले के लिए किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। रूस के इस भयानक हमले के कारण नाटो तुरंत अलर्ट हो गया है और खुद को बचाने को तैयार हो गया. द सन की रिपोर्ट के मुताबिक पोलैंड के सशस्त्र बलों के ऑपरेशन कमांड मुख्यालय ने कहा, ‘रूस की लंबी दूरी के विमानों के कारण पोलैंड के हवाई क्षेत्र में विमान उड़ाने पड़े.’ यही नहीं जानकारी के मुताबिक युद्ध के तीन साल पूरे होने पर रूस ने यूक्रेन पर बड़ा ड्रोन हमला किया।48 घंटे में 450 से ज्यादा बम गिराए गए।