India News (इंडिया न्यूज), Greenland Russia Split: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद अब रूस की भी नजर ग्रीनलैंड पर है। रूस के एक आर्मी जनरल ने प्रस्ताव दिया है कि ट्रंप और पुतिन को ग्रीनलैंड को आपस में बांट लेना चाहिए। लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि पुतिन को आर्कटिक क्षेत्र में नाटो से एक द्वीप भी छीन लेना चाहिए। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘वैश्विक राष्ट्रीय सुरक्षा और स्वतंत्रता’ के लिए ग्रीनलैंड पर कब्जे की धमकी दी है, जिससे यूरोपीय संघ सकते में है। पुतिन भी अब दुनिया के सबसे बड़े द्वीप का एक टुकड़ा चाहते हैं।
रुसी जनरल ने क्या कहा?
द सन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी जनरल एंड्री गुरुलेव का कहना है कि ट्रंप और पुतिन को ग्रीनलैंड द्वीप को आपस में बांट लेना चाहिए, बजाय इसके कि वे इस पर लड़ाई करें। लेकिन साथ ही गुरुलेव का मानना है कि क्रेमलिन को आर्कटिक में स्पिट्सबर्गेन पर कब्जा कर लेना चाहिए। यह आर्कटिक में स्थित एक नॉर्वेजियन द्वीप है, जहां सैन्य अभियानों पर प्रतिबंध है। उनका मानना है कि इसका इस्तेमाल एक प्रभावी रक्षा अड्डे के रूप में किया जाना चाहिए। गुरुलेव पुतिन के समर्थक कट्टरपंथी सांसद हैं। उन्होंने यह मांग तब की है, जब पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने ट्रंप को ग्रीनलैंड पर अपना दावा वापस लेने का सुझाव दिया।
‘ग्रीनलैंड पर ट्रंप दावा कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं’
गुरुलेव का कहना है कि अगर ट्रंप ग्रीनलैंड पर दावा करते हैं तो हम क्यों न करें? ग्रीनलैंड आर्कटिक महासागर के बीच में स्थित है। यह इस क्षेत्र के महत्वपूर्ण व्यापार मार्गों में से एक है। इसके अलावा यहां दुर्लभ खनिजों का भंडार है। रूस और चीन दोनों ही आर्कटिक पर नियंत्रण हासिल करना चाहते हैं। गुरुलेव ने कहा, ‘हम ग्रीनलैंड चाहते हैं और यह कोई मजाक नहीं है। हमें इसकी बहुत जरूरत है। क्यों न कुछ पैसे लेकर इस मुद्दे को हमेशा के लिए सुलझा लिया जाए?’ उन्होंने कहा कि सबसे खराब स्थिति में ट्रंप ग्रीनलैंड को कई हिस्सों में बांटने पर राजी हो सकते हैं। साफ है कि तब डेनमार्क का वहां कोई अस्तित्व नहीं रह जाएगा।
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