Ban on Tiktok: अचानक सभी देश टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। हालांकि, भारत तो पहले ही लगा चुका था। देश में टिकटॉक ही नहीं बल्कि कई चीन की एप्स को बंद किया गया। जो वजह सामने आई वो थी प्राइवेसी! प्राइवेसी जो कि किसी भी देश के लिए महत्वपूर्ण है। तो क्या प्राइवेसी ही एक ऐसा कारण है जिसके लिए अब धीरे-धीरे सभी देश टिकटॉक पर बैन लगा रहे हैं या फिर इसके पीछे की कुछ और ही वजह है, चलिए जानते हैं।

 

  • ‘यंग जनरेशन’ में काफी लोकप्रिय हुई ऐप
  • सुरक्षा को लेकर कई देशों की सरकार सख्त
  • ऐप बैन होने पर चीन हुआ नाराज

भारत समेत अब बाकी भी देश धीरे-धीरे टिकटॉक को लेकर सख्ती में आ गए हैं। कई देश इसे प्रतिबंधित कर चुके हैं तो कुछ इसे लेकर सख्त एक्शन लेने की तैयारी में हैं। इस लिस्ट में यूनाइटेड स्टेट्स, कनाडा, यूरोपीय संघ, ताइवान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे बड़े देश शामिल हैं।

‘यंग जनरेशन’ में काफी लोकप्रिय हुई ऐप

चीन की इंटरनेट प्रोद्योगिकी कंपनी ‘बाइटडांस लिमिटेड’ की ऐप ‘टिकटॉक’ आज की पीढ़ी के बीच काफी लोकप्रिय हुई। इसकी देखा-देखी कई सोशल मीडिया ऐप्स ने रील्स का सेक्शन भी बढ़ा दिया है। लोग टिकटॉक पर तरह-तरह के कंटेट डालना पसंद करते थे। वो बात अलग है कि प्राइवेसी को लेकर जब खबर आई तो लोग थोड़ा सतर्क हो गए।

 

सुरक्षा को लेकर कई देशों की सरकार सख्त

अमेरिका, यूरोप और कनाडा जैसे बड़े देशों ने हाल ही में टिकटॉक पर सख्ता कार्रवाई की है। साथ ही सुरक्षा खतरों का भी हवाला दिया है। सूत्रों की मानें तो चीनी सरकार गुप्त तरीके से चीनी कंपनियों से डेटा लेने के कानून का इस्तेमाल कर संवेदनशील यूजर डेटा हासिल कर सकती है और गलत सूचनाएं फैला सकती है।
वहीं अब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाते हुए कहा कि ये कार्रवाई महज एक शुरुआत है। आपको बता दें कि कनाडा सरकार की ओर से ऐप को सभी के फोन से हटा दिया गया है। वहीं इससे पहले यूरोपीय संघ की कार्यकारी शाखा ने साइबर सुरक्षा को देखते हुए टिकटॉक पर अस्थाई रूप से प्रतिबंध लगाया था।

ऐप बैन होने पर चीन हुआ नाराज

धीरे-धीरे सभी देशों के द्वारा टिकटॉक बैन करने पर चीन भी अब बौखला चुका है। अमेरिका को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि दुनिया की महाशक्ति अमेरिका क्या इतना असुरक्षित महसूस कर रहा है कि उसे युवाओं की पसंदीदा ऐप से डर लग रहा है।

संवेदनशील जानकारियां चुराने का आरोप

टिकटॉक लंबे समय से एक विवादित ऐप रही है। ये बात सभी जानते हैं कि प्राइवेसी को लेकर भी कई तरह की बातें सामने आई हैं। हाल ही में पश्चिमी देशों में इसे लेकर खतरों पर विचार किया जा रहा है। आरोप ये भी हैं कि ये ऐप अपने ग्राहकों का डेटा जमा कर चीन की सरकारी एंजेसियों को देती है। इसे लेकर दुनिया की कुछ सरकारी एंजेंसियों ने चिंता जताई है। हालांकि, टिकटॉक की तरफ से साफ किया गया है कि ये अन्य सोशल मीडिया ऐप की तरह ही कार्य करती है, साथ ही किसी भी ग्राहक का डेटा किसी भी प्रकार से लीक नहीं किया जाता है।

 

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