India News (इंडिया न्यूज), F-15EX Fighter Planes For IAF : भारतीय वायुसेना इस वक्त मल्टी-रोल फाइटर एयरक्राफ्ट (MRFA) प्रोग्राम के तहत 114 लड़ाकू विमानों को खरीदने की योजना बना रही है। अमेरिका इस डील को किसी भी हाल में अपने पाले में लाना चाहता है। इसी वजह से भारत पर प्रेशर डाला जा रहा है। ट्रंप की तरफ से पहले ही भारतीय सामानों पर टैरिफ लगाने की धमकी दी जा चुकी है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका ने संकेत दिया है कि अगर भारत, अमेरिकी फाइटर जेट खरीदने का फैसला करता है तो उसे व्यापार लाभ मिल सकता है।
लेकिन भारतीय वायुसेना में इन दोनों ही फाइटर जेट को लेकर कई सारे सवाल और चिंताएं हैं। जैसे कि क्षेत्रीय खतरों से निपटने में ये फाइटर जेट सक्षम हो पाएंगेया नहीं। इसी वजह से वायुसेना किसी भी फैसले पर पहुंचने से पहले उनकी तकनीकी क्षमताओं को गहराई से जानने की कोशिश कर रही है।
अमेरिकी लड़ाकू विमान की क्षमताओं पर शक क्यों?
दुनिया में अमेरिकी हथियारों को सबसे ज्यादा एडवांस माना जाता है। अमेरिकी F-21 और F-15EX भी बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक हैं। लेकिन भारतीय वायुसेना में उनके ऑपरेशन को लेकर गंभीर सवाल हैं। बता दें कि F-21 और F-15EX, अमेरिक के पुराने लड़ाकू विमानों के एडवांस वैरिएंट हैं। लेकिन इन दोनों फाइटर जेट्स में चीन के J-20 और J-35A जैसे पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमानों से मुकाबला करने की क्षमता नहीं है। विशेषज्ञों के मुताबिक इन दोनों में ऐसे फीचर्स नहीं हैं कि ये चीनी लड़ाकू विमानों का मुकाबला कर सके। भारत के लिए परेशानी की बात इसलिए भी है क्योंकि पाकिस्तान पहले ही चीन से J-35 खरीदने की घोषणा कर चुका है।
यहीं वजह है कि भारत किसी भी हाल में ऐसे लड़ाकू विमानों में निवेश नहीं करना चाहता, जो समय पड़ने पर उसके काम ही न आ सकें। वैसे अमेरिका की तरफ से एफ-35 स्टील्थ फाइटर जेट भी ऑफर किया गया है, लेकिन उसमें अमेरिका की तरफ से कई शर्ते लगी हुई हैं। इसमें सबसे मुख्य ये है कि अमेरिका में किसी भी हाल में भारत में एफ-35 बनाने के लिए हरगिज तैयार नहीं होगा। वहीं भारत हर हाल में देश में उत्पादन चाहता है।
क्या है भारतीय वायुसेना की मांग?
भारत का MRFA टेंडर मीडियम वजन वाले लड़ाकू विमानों के खरीदने को लेकर है, लेकिन F-15EX एक भारी भरकम लड़ाकू विमान है। लिहाजा इंडियन एयरफोर्स के लिए इस पैमाने पर भी ये फिट नहीं बैठता है। हालांकि एफ-21 की तुलना में फिर भी ये एक बेहतर विकल्प है, लेकिन भारत पहले से ही रूसी Su-30MKI लड़ाकू विमान ऑपरेट कर रहा है, जो F-15EX जितना ही भारी है। ऐसे में F-15EX भारतीय वायुसेना की ऑपरेशनल जरूरतों से मेल नहीं करता है। इसके अलावा भारत पहले से ही रूसी Su-30MKI लड़ाकू विमान ऑपरेट कर रहा है, जो F-15EX जितना ही भारी है। ऐसे में F-15EX भारतीय वायुसेना की ऑपरेशनल जरूरतों से मेल नहीं करता है।
F-15EX की ताकत?
F-15EX लड़ाकू विमान की ताकत की बात करें तो F-15EX, F-15 एडवांस्ड ईगल सीरीज लड़ाकू विमानों का नेक्स्ट वैरिएंट है। इसमें एडवांस्ड मिसाइल और बम इजेक्शन रैक (AMBER) सिस्टम से लैस है। सबसे अच्छी बात इसमें ये है कि ये विमान एक साथ 22 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों को लेकर उड़ान भरने में सक्षम है। यह पिछले F-15 मॉडल की तुलना में काफी घातक है। इसके अलावा इसकी एक प्रमुख ताकत AMBER मिसाइल रैक सिस्टम के जरिए एक साथ कई ठिकानों पर हमला करने में मदद करता है।
भविष्यवाणी! इस देश में चुना जाएगा अगला दलाई लामा, आखिर कौन होगा वो शख्स और कैसे होगा फैसला?