India News (इंडिया न्यूज), American F 15 E Strike Eagle Jet : ईरान को लेकर अमेरिका तेजी से अपनी तैयारी मजबूत कर रहा है। मिडिल ईस्ट में लगातार अमेरिकी सेना ईरान और उसके प्रॉक्सी के खिलाफ ताकत बढ़ा रहा है। इसको लेकर हिंद महासागर में मौजूद डिएगो गार्सिया बेस पर अमेरिकी वायुसेना का F-15E स्ट्राइक ईगल जेट मिडिल ईस्ट के आसमान में एक नया कारनामा करता नजर आया है।
अमेरिका ने F-15E स्ट्राइक ईगल जेट में बड़ा बदलाव किया है। अब छह सुपर पावरफुल 70mm रॉकेट पॉड्स से लैस किया गया है, जिनमें लेजर-गाइडेड एडवांस्ड प्रीसिजन किलवेपन सिस्टम II (APKWS II) रॉकेट्स हैं. इसके साथ ही चार AIM-9X और चार AIM-120 मिसाइलें भी हैं।
ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को कर देगा तबाह
रॉकेट पॉड्स लगने के बाद से इसकी ताकत बहुत बढ़ गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह जेट अब एक बार में आसमान से 50 से ज्यादा ड्रोन या क्रूज मिसाइलों को मार गिरा सकता है। इसे देखकर दुश्मन का बौखला जाना तय है। यूएस सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने सोशल मीडिया पर इस सुपर जेट की तस्वीर शेयर की है, जो जॉर्डन के मुवाफाक साल्टी एयर बेस पर खड़ा नजर आ रहा है। पिछले हफ्ते फ्लोरिडा के एग्लिन एयरफोर्स बेस पर इन रॉकेट का परीक्षण किया गया और अब यह जेट मिडिल ईस्ट में दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए तैयार है।
यह जेट अब लंबे समय तक हवा में रह सकता है और बहुत सारे ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट कर सकता है। AIM-120 मिसाइल की कीमत करीब 1 मिलियन डॉलर है, जबकि APKWS II रॉकेट यही काम सिर्फ 20,000 डॉलर में कर सकता है। ड्रोन युद्ध में यह अमेरिका के लिए बड़ी सफलता हो सकती है।
F-15E की ताकत
इन सटीक रॉकेटों को पहले ज़मीन पर दुश्मनों को निशाना बनाने के लिए बनाया गया था, लेकिन अब ये हवा में उड़ते ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को पलक झपकते ही नष्ट कर सकते हैं। F-15E में दो सीटें हैं। पायलट आसमान में चील की तरह जेट उड़ाता है, जबकि दूसरा क्रू मेंबर लेजर से टारगेट पर निशाना साधता है। पिछले साल इजरायल की रक्षा करते हुए F-15E जेट की मिसाइलें खत्म हो गई थीं और उनकी 20 एमएम की तोप भी ड्रोन को नहीं रोक पाई थी। लेकिन अब ये रॉकेट जेट को ‘हथियारों का उस्ताद’ बनाते हैं, जो सस्ते और शक्तिशाली हैं। इनकी कीमत 15,000-20,000 डॉलर प्रति रॉकेट है।
इन रॉकेटों को बनाने वाली कंपनी BAE Systems अब इन्हें और भी ज़्यादा घातक बनाने की तैयारी कर रही है। जल्द ही इनमें इन्फ्रारेड सीकर्स जोड़े जाएँगे, जिससे ये रॉकेट अपने आप ही लक्ष्य को खोजकर नष्ट कर सकेंगे। भविष्य में ये रॉकेट अमेरिकी नौसेना के F/A-18E/F सुपर हॉर्नेट जैसे दूसरे जेट में भी देखे जा सकते हैं।