India News (इंडिया न्यूज), Russia Secret Plan Leaked : सालों से रूस-यूक्रेन के बीच चल रही जंग अब खत्म होते हुए दिख रही है। अमेरिका के 30 दिन के सीजफायर प्लान को यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सहमती जताई है। वहीं पुतिन भी सीजफायर को लेकर तैयार दिख रहे हैं। लेकिन इस बीच रूस के कथित सीक्रेट प्लान की रिपोर्ट लीक हो गई है, जिसके बाद यूक्रेन से लेकर अमेरिका तक सभी के होश उड़ गए हैं।
लीक हुई रिपोर्ट के मुताबिक पुतिन 2026 तक यूक्रेन को कमजोर करने और उसकी सरकार को पूरी तरह से ध्वस्त करने की योजना बना रहे हैं। ये सीक्रेट प्लान ऐसे समय पर सामने आई है जब पुतिन एक लंबे सॉल्यूशन की बात कर रहे हैं। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि रूस का मकसद यूक्रेन की सरकार को खत्म करने के साथ-साथ अमेरिका को कमजोर करना और पश्चिमी प्रभाव को रोकना है।
पुतिन का शांति समझौते करने का इरादा नहीं
सीक्रेट प्लान की रिपोर्ट वॉशिंगटन पोस्ट हाथ लगी है, जिसके मुताबिक पुतिन का किसी भी शांति समझौते का कोई इरादा नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक ये डॉक्यूमेंट पहली बार फरवरी में रूसी संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) से जुड़े एक थिंक टैंक ने तैयार किया था। यह दिखाता है कि रूस युद्ध रोकने से पहले कई मांगों को पूरा करना चाहता है।
क्या है रूस का प्लान?
लीक हुई रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप जल्द से जल्द यूक्रेनी सीमा पर पूर्ण शांति सुनिश्चित करने की बात कह रहे हैं, जिसे पूरा करना असंभव दिख रहा है। दस्तावेज में कहा गया है कि कोई भी स्थायी शांतिपूर्ण समाधान 2026 से पहले नहीं हो सकता। दस्तावेज के मुताबिक क्रेमलिन मौजूदा यूक्रेनी सरकार को पूरी तरह खत्म करना चाहता है, जिसमें उनके सबसे बड़े दुश्मन जेलेंस्की शामिल हैं। दस्तावेज का कहना है कि मौजूदा यूक्रेनी शासन को देश के अंदर से नहीं बदला जा सकता, इसका पूरी तरह से खत्म होना जरूरी है।
लीक हुई रिपोर्ट्स में रूस चाहता है कि बातचीत के दौरान अमेरिका कमजोर स्थिति में हो, ताकि किसी भी डील में रूस को बढ़त मिले। डॉक्यूमेंट के मुताबिक पुतिन को लगता है कि इसका सबसे अच्छा तरीका युद्ध के मैदान में यूक्रेन को हराना है। दस्तावेज यह भी कहता है कि कोई भी शांतिपूर्ण समाधान 2026 से पहले नहीं हो सकता।
ये है रूस का सीक्रेट प्लान-
- रूस बातचीत की मेज पर एक कमजोर अमेरिका चाहता है।
- यूक्रेनी सरकार का पूर्ण विघटन।
- 2026 से पहले युद्ध का कोई समाधान नहीं।
- एक नए बफर जोन का निर्माण।
- यूरोपीय शांति सैनिकों को यूक्रेन में इजाजत नहीं।
- यूक्रेन को नाटो सदस्यता नहीं।
- जिन क्षेत्रों को रूस ने कब्जाया है, उन्हें रूस में मिला देना।