India News (इंडिया न्यूज), Israel Hamas War:7 अक्टूबर 2023 को जब 5,000 से ज़्यादा हमास आतंकियों ने दक्षिणी इसराइल पर हमला किया, तो इस खूनी हमले ने एक नई जंग को जन्म दे दिया. गाजा में 1,200 से ज़्यादा लोग मारे गए और 251 बंधक बनाए गए. जवाब में इसराइल द्वारा शुरू किए गए सैन्य अभियान ने हमास की कमर तोड़ दी है.इसमें हमास के कई दिग्गज कमांडर मारे गए- मोहम्मद दीफ़, इस्माइल हनिया और हमले का मास्टरमाइंड याह्या सिनवार तक. लेकिन जवाब में अब हमास ने एक ऐसा कदम उठाया है, जिससे इसराइली खुफिया एजेंसियों की रातों की नींद उड़ सकती है. इसने अपने नए शीर्ष कमांडर का नाम भी नहीं बताया.

रहस्यमय नियुक्तियां

हमास ने अपने संगठन में शीर्ष स्तर पर नई नियुक्तियां की हैं, लेकिन नामों का खुलासा नहीं किया. अब नेतृत्व का कोई चेहरा नहीं है. सब कुछ गुप्त है. संगठन का कहना है कि यह फ़ैसला अपने नेताओं को इसराइल की लक्षित हत्याओं से बचाने के लिए लिया गया है.

हालांकि, शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि हमास के सशस्त्र गुट ‘इज्जुद्दीन अल-कसम ब्रिगेड’ की कमान अब याह्या सिनवार के छोटे भाई मोहम्मद सिनवार के हाथों में है, जो 2023 में बंधकों की देखभाल भी कर रहे थे।

हमास की पकड़ कमजोर

अब हमास में सामूहिक नेतृत्व की नीति लागू हो गई है। सभी महत्वपूर्ण निर्णय संगठन के राजनीतिक ब्यूरो द्वारा लिए जाते हैं, जिसका चुनाव शूरा परिषद के माध्यम से होता है। लेकिन इस नेतृत्व परिवर्तन के बीच गाजा के भीतर हमास की पकड़ कमजोर होती दिख रही है।

गाजा के सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व में मतभेद गहरा गए हैं। कुछ नेताओं के संगठन छोड़ने की चर्चा है। मार्च में एक प्रदर्शन में हजारों लोग सड़कों पर उतरे और नारे लगाए कि “हमें हमास नहीं चाहिए”। हालांकि हमास ने इसे इजरायल विरोधी प्रदर्शन बताया, लेकिन उसने पहले की तरह सख्त कार्रवाई नहीं की। इसे उसकी कमजोर होती पकड़ का संकेत माना जा रहा है।

‘हमास अब गाजा का भविष्य नहीं हो सकता’

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि भले ही हमास कमज़ोर पड़ रहा है, लेकिन अभी इसके विकल्प का कोई ठोस रूप नहीं है। इज़राइल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि “हमास अब गाजा का भविष्य नहीं हो सकता”, जबकि हमास ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि “बंधकों को तभी रिहा किया जाएगा जब युद्ध पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा।”

स्वाद से खींचते है अपनी ओर लेकिन गर्मियों में मौत को बुलावा देते है ये 5 फल, जहर ऐसा जो शरीर में जाते ही मिंटो में जाएगा फैल

युधिष्ठिर की वो एक गलती और पलट गया था महाभारत में पांडवों का पूरा पासा, हार कि सबसे बड़ी वजह बनी थी यही भूल!