India News (इंडिया न्यूज), Pakistan Train Hijack : पाकिस्तानी सेना की तरफ से दावा किया जा रहा है कि उसने BLA द्वारा बंधी बनाए गए सभी लोगों को बचा लिया है। लेकिन इन दावों पर अब सवाल उठ रहे हैं। बीएलए का कहना है कि उसके पास अभी भी कई पाकिस्तानी सेना के जवान कब्जे में हैं। इसी वजह से अब पाक सेना से सबूत मांगे जा रहे हैं। अब इसी कड़ी में पाकिस्तान आर्मी की तरफ से ट्रेन हाइजैक को लेकर जानकारी दी गई है।
पाकिस्तान आर्मी ने बताया कि आईईडी से विस्फोट करने के बाद बलूच विद्रोहियों ने एक-एक कर लोगों की जाति पूछी। उनके पहचानपत्र देखे। फिर इन्हें तीन गुटों में बांटकर अलग कर दिया। समझा जा सकता है कि बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी आर्मी के जवानों को किस तरह पहचाना और उन्हें अलग ले गए।
आईईडी से उड़ाया रेलवे ट्रेक
पाक आर्मी के मुताबिक बलूच विद्रोही कई समूहों में काम कर रहे थे और ऊंची जगहों पर रणनीतिक स्थिति बनाए हुए थे। उन्होंने रेलवे ट्रैक पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगा दी थी, जिसमें विस्फोट हुआ और ट्रेन रुक गई। फिर उन्होंने ट्रेन में मौजूद सभी यात्रियों को बंधक बना लिया। कुछ यात्रियों को ट्रेन के अंदर ही रोक लिया गया, जबकि अन्य को बाहर तीन समूहों में बांटकर अलग-अलग कर दिया था. एक-एक की पहचान कर छोड़ रहे थे। उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि ट्रेन में इतने अधिक लोग थे कि आतंकवादियों के लिए उन्हें नियंत्रित करना संभव नहीं था।
इसके अलावा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने ऑपरेशन का ब्योरा देते हुए कहा, आतंकवादियों ने हमले के लिए जानबूझकर दूर की जगह चुनी थी। वहां का इलाका बहुत ही दुर्गम था, जिससे वहां पहुंचना बहुत ही मुश्किल था। वहां मोबाइल सिग्नल भी नहीं थे।
भारत पर लगाया आरोप
पाक आर्मी ने वहीं पुराना बयान इस बार भी दिया और इस हमले के पीछे भारत का हाथ बताया है। पाकिस्तानी आर्मी के प्रवक्ता ने लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी ने कहा कि आतंकवादियों ने हाल की घटना के साथ-साथ पिछले हमलों में भी भारतीय और अफगानी दोनों हथियारों का इस्तेमाल किया था। हमें यह समझना होगा कि बलूचिस्तान में हुई इस आतंकवादी घटना और इससे पहले हुई अन्य घटनाओं का मुख्य प्रायोजक आपका पूर्वी पड़ोसी है।
Pakistan को मिल रही किस पाप की मिल रही सजा? फिर इस बड़ी मस्जिद में हुआ भयानक ब्लास्ट