India News ( इंडिया न्यूज), Balochistan Blast: पाकिस्तान जहां अपना पूरा ध्यान भारत के खिलाफ साजिश रचने में लगा रहा है, वहीं बलूचिस्तान में पाकिस्तान को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के किला अब्दुल्ला जिले में रविवार शाम दो बड़े बम धमाके हुए। एक घटना गुलिस्तान इलाके के अब्दुल जब्बार बाजार के पास हुई, जिसमें दो लोगों की जान चली गई और 11 लोग घायल हो गए। दूसरा आत्मघाती बम धमाका अफगान सीमा के पास गुलिस्तान में पाकिस्तान आर्मी फ्रंटियर कोर के कैंप को निशाना बनाकर किया गया।
किला अब्दुल्लाह के उपायुक्त ने क्या बताया?
किला अब्दुल्लाह के उपायुक्त ने इस पूरे मामले पर अपना बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि माके में दो लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य घायल हो गए। शुरुआती जांच में पता चला है कि विस्फोटक एक वाहन में रखा हुआ था। घटना के तुरंत बाद बम निरोधक दस्ता और अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। आगे उन्होंने बताया, ‘जिला स्वास्थ्य मुख्यालय में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।’
बलूचिस्तान के सीएम ने की निंदा
किला अब्दुल्ला लेवीज (levies) के रिसालदार गुलाब खान ने बताया, ‘विस्फोट के बाद लेवीज कर्मियों और स्थानीय लोगों ने मिलकर घायलों को बचाया और चमन के जिला स्वास्थ्य मुख्यालय में भर्ती कराया।’ उन्होंने कहा कि जांच के लिए मौके से सबूत जुटाए जा रहे हैं। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुग्टी ने हमले की कड़ी निंदा की और मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए है और यह आखिरी आतंकवादी के खात्मे तक जारी रहेगी।’ उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि इस विस्फोट में शामिल लोगों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता ने कही ये बात
बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल की घेराबंदी कर दी है और सबूत जुटाए जा रहे हैं। पाकिस्तान में रविवार रात एक बड़ा आत्मघाती बम विस्फोट हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकवादियों ने अफगान सीमा के पास गुलिस्तान में पाकिस्तान आर्मी फ्रंटियर कॉर्प्स कैंप पर हमला किया। शक्तिशाली विस्फोट के बाद भारी गोलीबारी में कई लोग मारे गए। टीटीपी ने कथित तौर पर हमले की जिम्मेदारी ली है और इसे अपने चल रहे ‘अल-खंदक ऑपरेशन’ का हिस्सा बताया है। हमले की शुरुआत कैंप के प्रवेश द्वार पर एक आत्मघाती कार बम विस्फोट से हुई, जिसके बाद सशस्त्र लड़ाकों ने परिसर के अंदर सुरक्षाकर्मियों के साथ भीषण मुठभेड़ की।