India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh Hindu Under Attack: बांग्लादेश की युनूस सरकार देश के कानून व्यवस्था को संभाल नहीं पा रही है। जहां लगातार हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं। इस दौरान न सिर्फ हिंदू मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, बल्कि हिंदुओं पर अत्याचार भी हो रहे हैं। इसके बाद भी नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाले और अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद युनूस चुप हैं। वही एक बार फिर बांग्लादेश के चटगाँव में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है। शुक्रवार (29 नवंबर) को बांग्लादेश के चटगांव में नारेबाजी कर रही भीड़ ने तीन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की। चटगांव में इस्कॉन के एक पूर्व सदस्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद से ही विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं।

मंदिरों का कितना नुकसान हुआ?

बता दें कि, कोतवाली थाना प्रमुख अब्दुल करीम ने हमले की पुष्टि की और कहा कि हमलावरों ने मंदिरों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। पुलिस ने कहा कि मंदिरों को बहुत कम नुकसान हुआ है। हालांकि, पुलिस ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच झड़प के बाद मंदिरों को कम से कम नुकसान हुआ है। इस दौरान दोनों समूहों ने एक-दूसरे पर ईंट-पत्थर फेंके। यह घटना ऐसे समय में हुई जब इस्कॉन बांग्लादेश के पूर्व सदस्य और आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास को सोमवार को देशद्रोह के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। मंगलवार को उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया गया।

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बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार जारी

बता दें कि, जब से बांग्लादेश में हसीना सरकार का तख्तापलट हुआ है, तब से भारत और हिंदुओं की चिंता बढ़ गई है। मोहम्मद यूनुस की सरकार में हिंदू कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्हें चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है। इसके अलावा कभी उनकी नौकरी छीन ली जाती है, कभी उन्हें दुर्गा पूजा मनाने से रोका जाता है। साथ ही कभी उनके साथ मारपीट की जाती है। गौरतलब है कि 5 अगस्त के बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं का जीना मुश्किल हो गया है। मोहम्मद यूनुस केवल भारत से दुश्मनी निभाने में व्यस्त हैं। वे बांग्लादेश के हिंदुओं की रक्षा नहीं कर सकते।

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