India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh Vijaya Dashami Security: बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान तोड़फोड़ के बीच, ढाका पुलिस ने शनिवार (12 अक्टूबर) को कहा कि उसने रविवार को विजयादशमी जुलूस और मूर्ति विसर्जन के लिए व्यापक सुरक्षा उपाय की योजना बनाई है। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (डीएमपी) ने विज्ञप्ति में कहा कि जुलूस के मार्ग पर तीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं, तीन निगरानी टॉवर स्थापित किए गए हैं।जिसमें विसेघाट भी शामिल है, जहां विसर्जन होगा और उत्सव को सुचारू रूप से मनाने के लिए एक डॉग स्क्वायड, एक बम निरोधक इकाई, अपराध स्थल टीम और स्वाट टीम चौबीसों घंटे तैयार रहेगी।
देवी दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के साथ होगा त्योहार समाप्त
बता दें कि, पांच दिवसीय हिंदू धार्मिक उत्सव की शुरुआत बुधवार को देवी दुर्गा के आह्वान के साथ हुई, जिसे महा षष्ठी कहा जाता है। वहीं इस उत्सव का समापन रविवार को देवी दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के साथ होगा। दरअसल, पुराने ढाका के तांती बाजार इलाके में एक दुर्गा पूजा मंडप पर कथित तौर पर एक देशी बम फेंका गया। ढाका ट्रिब्यून ने पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मोहम्मद मोइनुल इस्लाम के हवाले से बताया कि 1 अक्टूबर से शुक्रवार तक बांग्लादेश में चल रहे दुर्गा पूजा समारोह से जुड़ी करीब 35 अप्रिय घटनाएं सामने आने के बाद 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया और करीब एक दर्जन मामले दर्ज किए गए। डेली स्टार्ट ने डीएमपी की विज्ञप्ति का हवाला देते हुए कहा कि विसर्जन जुलूस का प्रस्तावित मार्ग ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर से शुरू होगा।
यूनुस ने किया ढाकेश्वरी मंदिर का दौरा
इससे पहले दोपहर में अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने शहर के पुराने हिस्से में स्थित प्रमुख शक्तिपीठों में से एक ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर का दौरा किया। डेली स्टार्ट ने ढाकेश्वरी मंदिर में एक समारोह के दौरान यूनुस के हवाले से कहा कि सरकार बांग्लादेश को इस तरह बनाना चाहती है, जहां हर नागरिक के अधिकार सुनिश्चित हों। यूनुस ने कहा कि दुर्गा पूजा के दौरान, कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने का कठिन कार्य ईमानदारी से किया है। हालांकि, किसी अवसर का जश्न मनाते समय कानून प्रवर्तन एजेंसियों का सहयोग लेना सामूहिक विफलता है। वहीं, दो दिन पहले, दक्षिण-पश्चिम बांग्लादेश में एक प्रसिद्ध काली मंदिर से एक स्वर्ण मुकुट की चोरी हुई थी। जो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपहार के तौर पर दिया था।