India News (इंडिया न्यूज), Bangladesh Riots: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अब चौतरफा घिर गई हैं। वहीं अब उन्हें कौन सा देश शरण देगा, इसका अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। हालांकि शेख हसीना फिलहाल दिल्ली में सुरक्षित हैं। भारत ने उन्हें कुछ समय के लिए शरण दी है। पूर्व प्रधानमंत्री अपना बाकी जीवन लंदन में बिताना चाहती हैं, लेकिन उन्हें ब्रिटिश सरकार से झटका लगा है। ब्रिटेन फिलहाल उन्हें शरण देने के मूड में नहीं दिख रहा है। दूसरी ओर, अमेरिका ने शेख हसीना का वीजा रद्द कर दिया है। ऐसे में बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे साजिब वाजेद ने मंगलवार को एक बड़ा खुलासा किया। उन्होनें पीएम पद से इस्तीफे की असली वजह बताई है।

वाजेद की मानें तो उनकी मां ने विवादास्पद नौकरी कोटे के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन से बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच “छात्रों के नरसंहार” को रोकने के लिए इस्तीफा दे दिया। वाजेद ने सीएनएन-न्यूज18 को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, “वह छात्रों का नरसंहार नहीं चाहती थीं और इसीलिए उन्होंने खुद ही पद छोड़ने का फैसला किया।”

नौकरी कोटा पर संग्राम

पिछले महीने शुरू हुए छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शन की शुरुआत नौकरी कोटा योजना पर असंतोष से हुई थी, जिसके तहत 1971 के मुक्ति संग्राम के दिग्गजों के परिवारों के लिए सिविल सेवा के 30 प्रतिशत पद आरक्षित किए गए थे। विरोध प्रदर्शन जल्द ही एक व्यापक सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गया, जिसमें हसीना के इस्तीफे की मांग की गई।

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वाजेद के बारे में

वाजेद, जो एक व्यवसायी और राजनीतिज्ञ भी हैं, ने प्रदर्शनकारी छात्रों के खिलाफ पुलिस की बर्बरता के मुद्दे को संबोधित करते हुए कहा कि हसीना के नेतृत्व वाली सरकार ने हिंसा में शामिल अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा, “हमने जो भी किया, उनकी मांगें बढ़ती रहीं।” उन्होंने कहा, “जब न्याय की मांग समेत उनकी सभी मांगें पूरी हो गईं, तो वे इस्तीफे की मांग करने लगे। उस समय मेरी मां छात्रों के नरसंहार से बचना चाहती थीं।” उन्होंने आगे कहा कि उनकी मां हसीना पर तानाशाह होने के आरोप “पूरी तरह से झूठे” हैं। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता या विपक्ष पर नकेल नहीं कस रही थी।

हम हिंसक विपक्ष को संबोधित कर रहे थे।” वाजेद की यह टिप्पणी हसीना के बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और मौजूदा अशांति के बीच देश छोड़कर भागने के एक दिन बाद आई है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय राजधानी में होने की पुष्टि करते हुए वाजेद ने स्थिति से हसीना की निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, “मैंने कल अपनी मां से बात की। वह दिल्ली में हैं और अच्छी स्थिति में हैं, हालांकि वह मौजूदा स्थिति से बहुत निराश हैं।” उन्होंने आगे कहा कि, “मेरे परिवार ने इस देश के लिए काफी कुछ किया है। हमने पहले भी दो बार इस स्थिति का सामना किया है, यह तीसरी बार है। अगर बांग्लादेश के लोग इतने कृतघ्न हैं, तो उन्हें वह नेतृत्व मिलना चाहिए जिसके वे हकदार हैं।”

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