India News (इंडिया न्यूज),Bangladesh:बांग्लादेश की राजधानी में लाखों लोगों ने शनिवार को इजरायल के खिलाफ रैली निकाली। गाजा में इजरायली अत्याचार के खिलाफ होने वाले प्रदर्शनों में इसकों अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन माना जा रहा है। इस रैली में 5 लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया।सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस की रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्रालय ने एक निर्देश जारी कर पासपोर्ट एवं आव्रजन विभाग से कहा है कि वह विदेश जाने वाले नागरिकों के लिए आधिकारिक यात्रा परमिट में यह वाक्य फिर से जोड़े कि ‘यह पासपोर्ट इजरायल को छोड़कर दुनिया के सभी देशों के लिए वैध है।’ हालांकि बांग्लादेश का इजरायल के साथ कोई आधिकारिक संबंध नहीं है, लेकिन इस कदम को देश के अंदर इजरायल के खिलाफ बढ़ते गुस्से के दबाव में उठाया गया कदम माना जा रहा है।
2021 में पासपोर्ट से हटा दी गई थी इजरायल विरोधी लाइन
‘इजरायल को छोड़कर सभी देश’ वाक्यांश को 2021 में अब अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के दौरान हटा दिया गया था। उस समय, अधिकारियों ने कहा कि दस्तावेज़ के अंतर्राष्ट्रीय मानकों को बनाए रखने के लिए इसे पासपोर्ट से हटा दिया गया था।
लगे ‘फ्री फिलिस्तीन’ जैसे नारे
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की ओर से यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब हजारों प्रदर्शनकारियों ने गाजा पट्टी में इजरायली कार्रवाई की निंदा करने के लिए राजधानी में रैली निकाली, जिसमें सैकड़ों लोग फिलिस्तीनी झंडे लिए हुए थे और लाखों लोग ‘फ्री, फ्री फिलिस्तीन’ जैसे नारे लगाते देखे गए।
मुख्य विरोध प्रदर्शन ढाका विश्वविद्यालय के पास हुआ। इस प्रदर्शन के दौरान लोगों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तस्वीरों को पीटा और नारे लगाए।
खालिदा जिया की पार्टी ने दिया समर्थन
प्रदर्शन का पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और दक्षिणपंथी इस्लामी समूहों और पार्टियों ने समर्थन किया और एकजुटता व्यक्त की।