India News (इंडिया न्यूज), China-Pakistan On F-35 To India : वाशिंगटन में पीएम मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बैठक से चीन को मिर्ची लग गई है। दोनों नेताओं की मुलाकात पर अब चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है। शुक्रवार को बीजिंग ने कहा कि द्विपक्षीय सहयोग में चीन को मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए और इससे किसी तीसरे देश के हितों को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।

इसी को लेकर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने मोदी और ट्रंप की मुलाकात पर कहा कि एशिया-प्रशांत शांतिपूर्ण विकास का केंद्र है, न कि भू-राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का क्षेत्र। इसके अलावा ट्रंप का भारत को एफ-35 लड़ाकू विमान ऑफर करने पर भी चीन-पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है।

इस बार पिछली बार से भी बदतर हाल, भारतीय अवैध अप्रवासियों को इस हाल में लाया गया हिन्दुस्तान, सुन खौल जाएगा खून

F-35 और भारत-अमेरिका पर क्या बोला चीन

मीडिया से बात करते हुए चीनी प्रवक्ता ने कह कि, चीन का मानना ​​है कि देशों के बीच संबंधों और सहयोग में चीन को मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए या अन्य के हितों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए तथा यह शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अनुकूल होना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि विशेष समूह बनाने तथा गुटीय राजनीति और गुटीय टकराव में शामिल होने से सुरक्षा नहीं आएगी तथा किसी भी तरह से एशिया-प्रशांत एवं पूरे विश्व को शांतिपूर्ण और स्थिर नहीं रखा जा सकेगा।

यूएस-इंडिया कॉम्पैक्ट पहल शुरू होने के सवाल पर चीनी प्रवक्ता ने कहा कि, चीन का मानना है कि देशों के बीच संबंधों और सहयोग को किसी तीसरे पक्ष को लक्षित नहीं करना चाहिए या दूसरों के हितों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए, और क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अनुकूल होना चाहिए।

पाकिस्तान को भी लगी आग

भारत-अमेरिका के मजबूत होते रिश्तों पर शुक्रवार को पाकिस्तान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। पाकिस्तान की तरफ से चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह कदम क्षेत्रीय सैन्य संतुलन को बाधित करेगा, रणनीतिक स्थिरता को कमजोर करेगा और दक्षिण एशिया में स्थायी शांति प्राप्त करने के प्रयासों में बाधा उत्पन्न करेगा। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय (एमओएफए) के प्रवक्ता ने कहा, भारत को उन्नत सैन्य प्रौद्योगिकियों के नियोजित हस्तांतरण पर पाकिस्तान बहुत चिंतित है।

इस तरह के कदम क्षेत्र में सैन्य असंतुलन को बढ़ाते हैं और रणनीतिक स्थिरता को कमजोर करते हैं। इसके अलावा नाराज पाकिस्तान ने अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से “एकतरफा दृष्टिकोण न अपनाने का आग्रह किया, जो जमीनी हकीकत से अलग हो।

इधर मोदी से मिले उधर भारत के खिलाफ किया ये काम, सामने आया अमेरिका काला सच, एलन मस्क ने कर दिया बड़ा खेला