India News (इंडिया न्यूज), China Defense Budget 2025 : पड़ोसी देश चीन ने एक बार फिर से भारत की टैंशन बढ़ा दी है। असल में लगातार 8वें साल ड्रेगन ने अपने रक्षा बजट में उल्लेखनीय वृद्धि की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल 2025 में चीन ने अपने रक्षा बजट में 7.2% की बढ़ोतरी हुई है, जिसके बाद उनका डिफेंस बजट 1.78 ट्रिलियन युआन (लगभग 245.65 अरब डॉलर) तक पहुंच गया है। इस बढ़ोतरी के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि अब चीन पहले से ज्यादा आक्रामक होकर अपने पड़ोसी देशों को परेशान करेगा। पिछले कुछ समय से ही चीन लगातार अपनी सेना को ताकतवर करने में लगी हुई है। इसी कड़ी में PLA का आधुनिकीकरण चल रहा है।

आधुनिकीकरण की इस कड़ी में नए हथियारों, हाइपरसोनिक मिसाइलों, युद्धपोतों और हाई-टेक रक्षा प्रणालियों को अपनी सेना में शामिल कर रहा है। इससे सबसे ज्यादा चीन ने 2025 के लिए अपने रक्षा बजट में 7.2% की बढ़ोतरी की है, जिससे यह कुल 1.78 ट्रिलियन युआन (लगभग 245.65 अरब डॉलर) तक पहुंच गया है। यह लगातार आठवां साल है जब चीन ने अपने सैन्य खर्च में उल्लेखनीय वृद्धि की है। इसके अलावा चीन का अमेरिका के साथ टैरिफ को लेकर भी बयानबाजी जारी है।

सीमा पर बढ़ सकता है चीन-भारत का विरोध

भारत पर टेंशन बढ़ाने के लिए चीन लगातार पूर्वी लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में अपना सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर रहा है। 2020 में दोनों देशों के बीच हुई गलवान संघर्ष की यादें अभी भी ताजा हैं। गलवान में भारत की तरफ से जोरदार पलटवार के बाद चीन ने वहां पर हवाई पट्टियों, मिसाइल सिस्टम और सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है। वैसे भी चीनी सैना लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर घुसपेठ करने की खबरे सामने आती रहती हैं।

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हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ेगा चीन का अतिक्रमण

फिलहाल चीन की नौसेना इस वक्त संख्या के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है। उसने अमेरिका को भी इस मामले में पीछे छोड़ दिया है। इस कड़ी में नए युद्धपोत, पनडुब्बियां और एयरक्राफ्ट कैरियर विकसित कर रहा है। इसके अलावा भारत को घेरने के लिए श्रीलंका, पाकिस्तान (ग्वादर बंदरगाह) और म्यांमार में नौसैनिक अड्डे भी विकसित कर रहा है। ये भारत के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। हिंद महासागर में चीन की गतिविधियां भारत के लिए चुनौती बन सकती हैं। इससे भारत की समुद्री सुरक्षा और व्यापार मार्गों पर खतरा बढ़ सकता है।

साइबर और इलेक्ट्रॉनिक वार के लिए भारी निवेश

जानकारी के लिए बता दें कि चीन अपने डिफेंस बजट का एक बड़ा हिस्सा साइबर वारफेयर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और स्पेस टेक्नोलॉजी में निवेश करने का प्लान बना रहा है। साइबर वारफेयर की वजह से चीन भारत के किसी भी महत्वपूर्ण स्थलों पर साइबर हमलें कर सकता है। इसके अलावा चीन-पाकिस्तान के साथ भी लगातार अपने रिश्ते मजबूत कर रहा है। हाल में ही पाकिस्तान को JF-17 लड़ाकू विमान, HQ-9 मिसाइल सिस्टम और आधुनिक ड्रोन चीन की तरफ से मिले हैं। इससे भारत को दोनों तरफ से खतरा पैदा हो गया है। भारत को वक्त अपनी सैन्य तैयारियों को और मजबूत करने की जरूरत है।

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