India News (इंडिया न्यूज), अजय जांडयाल की रिपोर्ट, Pakistan China Relations: चीन ने कराची में हुए हालिया हमले में दो चीनी नागरिकों की मौत के बाद अब पाकिस्तान में आतंकवाद रोधी कार्रवाई को मजबूती देने के लिए सैनिक भेजे हैं। यह अभ्यास “वॉरियर-8” के नाम से चल रहा है, जोकि दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह अभ्यास दोनों देशों के सैनिकों को आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त रूप से कार्रवाई करने में सक्षम बनाएगा।
क्या है वॉरियर-8 अभ्यास?
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, चीन और पाकिस्तान के बीच “वॉरियर-8” नामक संयुक्त आतंकवाद रोधी अभ्यास का आयोजन दिसंबर तक किया जाएगा। यह अभ्यास 2019 के बाद दोनों देशों के बीच पहला आतंकवाद रोधी संयुक्त अभ्यास होगा। इसमें पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के पश्चिमी थिएटर कमांड के सैनिक भाग लेंगे। इस अभ्यास का उद्देश्य पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर लगातार बढ़ते हमले और आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त रूप से कार्य योजना बनाना है।
संयुक्त आतंकवादी रोधी प्रशिक्षण करेंगे दोनों देशों के सैनिक
चीन ने पाकिस्तान में सिपेक की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों को तैनात किया है। इस तैनाती के तहत चीन और पाकिस्तान के सैनिक संयुक्त आतंकवाद रोधी प्रशिक्षण करेंगे। चीनी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस अभ्यास के दौरान आतंकवाद रोधी कार्यों के लिए मल्टी-लेवल, मल्टी-स्पेशलिटी इंटीग्रेटेड ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग और तालमेल में वृद्धि होगी।
चीन ने पाकिस्तान से की ये मांग
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, अक्टूबर में कराची अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास हुए आत्मघाती हमले में दो चीनी नागरिकों की मौत हो गई थी। इसके बाद चीन ने पाकिस्तान में अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए एक विशेष कार्यबल भेजा है। इसके अलावा चीन ने पाकिस्तान से मांग की है कि, वह सुरक्षा उपायों को और मजबूत करे और बलूचिस्तान और पाकिस्तान के अन्य हिस्सों में चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। यह कदम पाकिस्तान में चीनी परियोजनाओं और नागरिकों पर बढ़ते हमलों के बीच उठाया गया है।