India News(इंडिया न्यूज),China-Nepal Relation: चीन अपने चालाकी से बाज आने का नाम नहीं ले रही है। वहीं नेपाल के साथ चीन का दोस्ती भी इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं चीन अब चीन की चालाकी अब नेपाल के साथ भी देखना को मिल रहा है। जहां चीन अब इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर बढ़ाने का लालच देकर नेपाल के अलावा अन्य कई देशों को कर्ज के जाल में फांसा है। नेपाल पर भी चीन लंबे समय से डोरे डाल रहा है मगर बात बन नहीं सकी।

नेपाल को अब समझ आ रहा ड्रैगन की चाल

चीन की ये चालाकी अब जाकार कही नेपाल को समझ में आने लगे है। जानकारी के लिए बता दें कि, पोखरा में बने इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए नेपाल ने पैसा चीन से लिया। जिसके बाद अब चीन दावा करने लगा है कि एयरपोर्ट उसके BRI का हिस्सा है। जहां काठमांडू ने इस पर आपत्ति जताई। लेकिन चीन तो चीन है पिछले हफ्ते, पोखरा में चीन के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए। इसके साथ ही नेपाल में सिविल सोसायटी ने चीन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।

राष्ट्रीय एकता अभियान ने किया आगाह

मिली जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय एकता अभियान ने पोखरा में पिछले हफ्ते रैली कर BRI से खतरों के लिए प्रति आगाह किया। जिसके बारे में बयान जारी करते हुए समूह ने कहा कि, चीन के इरादे नापाक मालूम होते हैं। उसने पोखरा में चीनी सेना की तैनाती का खतरा जताया. कहा कि एयरपोर्ट में आर्थिक घाटे को बहाना बनाकर चीन मिलिट्री की तैनाती को जायज ठहरा सकता है।

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