India News (इंडिया न्यूज), China Pakistan Relations: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों को खत्म करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ। इसके बाद पाकिस्तान का बेहद खास दोस्त चीन बौखलाया हुआ है। अब भारत का मुकाबला करने के लिए चीन खुलकर सामने आ गया है। अब जानकारी सामने आ रही है कि चीन ने पाकिस्तान को 3.7 अरब डॉलर का नया कर्ज देने का फैसला किया है, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान की रक्षा क्षमता बढ़ाने के लिए हथियार खरीदने में किया जाएगा। बेहद दिलचस्प बात ये है कि वो हथियार भी चीनी होंगे। इस बीच एक और रिपोर्ट्स सामने आ रही है। जिसमें बताया जा रहा है कि, चीन पाकिस्तान को Z-10ME अटैक हेलीकॉप्टर भी देने जा रहा है, जिसे उसने भारत के LCH प्रचंड हेलीकॉप्टर का मुकाबला करने के लिए बनाया है।

पाकिस्तान में असेंबल किया जाएगा ये हेलीकॉप्टर

इसके अलावा, ये भी जानकारी सामने आ रही है कि इस हेलीकॉप्टर को पाकिस्तान में ही असेंबल किया जाएगा और इसमें तुर्की के हथियार इंटीग्रेट किए जाएंगे। इस बीच हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, भारतीय रक्षा मंत्रालय ने पिछले साल हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को 156 LCH प्रचंड हेलीकॉप्टरों का ऑर्डर दिया था। यह ऑर्डर करीब 6.1 अरब अमेरिकी डॉलर का है। LCH प्रचंड हेलीकॉप्टर को लद्दाख और सियाचिन ग्लेशियर जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए डिजाइन किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन इस साल पाकिस्तान को कम से कम पांच Z-10ME हेलीकॉप्टर सौंपने जा रहा है।

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इससे पहले पाकिस्तान ने की थी ये कोशिश

भारत के मुकाबले पाकिस्तान हर मोर्चे पर कमजोर है। अगर हम पाकिस्तान को विदेशी मदद मिलना बंद हो जाए तो पाकिस्तान भारत के सामने टिक नहीं पाएगा। ये हकीकत है कि, तुर्की और चीन जैसे देश आज भी खुलकर पाकिस्तान का सपोर्ट कर रहे हैं। भारत की बढ़ती ताकत को देखते हुए पाकिस्तान ने इससे पहले अमेरिका से AH-1Z वीवर हेलीकॉप्टर और तुर्की से T129 ATAK हेलीकॉप्टर खरीदने की कोशिश की थी। लेकिन निर्यात प्रतिबंधों के कारण दोनों देशों ने अपने हेलीकॉप्टर बेचने से इनकार कर दिया था।

पाकिस्तान को हेलीकॉप्टर नहीं बेच सकता तुर्की

तुर्की ने अपने हेलीकॉप्टर अमेरिकी तकनीक का इस्तेमाल करके बनाए थे, इसलिए वह पाकिस्तान को ये हेलीकॉप्टर नहीं बेच सकता। जिसके बाद अब पाकिस्तान ने चीन की मदद से पाकिस्तान में ही हेलीकॉप्टर बनाने की योजना तैयार की है। पाकिस्तान अपने देश के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ाना चाहता है, इसलिए वह चीन की मदद से Z-10ME हेलीकॉप्टर का स्वदेशी निर्माण करना चाहता है।

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