India News (इंडिया न्यूज),China:चीन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तहत सरकारी दफ्तरों में 70 एआई अधिकारियों को तैनात किया है। इन अधिकारियों पर योजनाएं बनाने, फाइलें पढ़ने और उन्हें मंजूरी देने की जिम्मेदारी है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक ये अधिकारी अपना काम 95 फीसदी सही तरीके से कर रहे हैं। चीन में एआई अधिकारियों की तैनाती से हड़कंप मच गया है। कहा जा रहा है कि अगर यह प्रयोग सफल रहा तो आने वाले दिनों में चीन में सरकारी भर्तियां बंद हो सकती हैं।
भारत में कलेक्टर की तरह हैं चीन में सिविल सेवक
चीन में सिविल सेवक भारत में कलेक्टर की तरह हैं। एआई अधिकारियों का पहला बैच साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक जिन 70 एआई अधिकारियों को तैनात किया गया है, वे सभी पहले बैच के सिविल सेवक हैं। इन सभी एआई अधिकारियों को शेनझेन प्रांत के फुतियान जिले में तैनात किया गया है।
जल्द ही तैनात किया जाएगा दूसरा बैच
इन एआई अधिकारियों को डीपसीक-आर1 मॉडल के आधार पर तैनात किया गया है। चीन इन एआई अधिकारियों की तैनाती पर काफी समय से काम कर रहा था। जल्द ही एआई अधिकारियों का दूसरा बैच भी चीन में तैनात किया जाएगा। 5 दिन का काम 5 मिनट से भी कम समय में
रिपोर्ट के मुताबिक, इन AI अधिकारियों को सबसे पहले एक सरकारी सर्कुलर तैयार करने का काम सौंपा गया था। आमतौर पर अधिकारी यह काम 5 दिन में करते हैं, लेकिन AI अधिकारियों ने इसे 5 मिनट से भी कम समय में कर दिखाया। दिलचस्प बात यह है कि दस्तावेज तैयार करने की सटीकता भी जबरदस्त थी।
इन अधिकारियों ने 95 प्रतिशत सटीकता के साथ दस्तावेज तैयार किया, जिसे देखकर वहां मौजूद अधिकारी हैरान रह गए। सरकारी सर्कुलर तैयार करने के साथ-साथ इन AI अधिकारियों ने सार्वजनिक सेवा अनुरोधों के जवाब को बेहतर बनाने, निवेश परियोजनाओं को मंजूरी देने से पहले कॉर्पोरेट विश्लेषण करने का भी काम किया।
चीन की कोशिश है कि AI अधिकारियों के जरिए ही सारे काम करवाए जाएं। जल्द ही चीन इसको लेकर रोडमैप भी तैयार करेगा। चीनी सरकार का मानना है कि AI के आने से भ्रष्टाचार पर भी लगाम लग सकेगी।
चीनी सरकार के मुताबिक, देश में सरकारी अधिकारियों की संख्या करीब 3 करोड़ 20 लाख है। 2023 में चीनी सरकार ने 5 प्रतिशत नौकरियों में कटौती करने की बात कही थी।