India News (इंडिया न्यूज), China News Military Radar System JY-27V: 20 मई को चीन ने एक नए उन्नत सैन्य रडार सिस्टम JY-27V के निर्माण में अपनी सफलता का खुलासा किया। चीन के पास अब तक सबसे उन्नत रडार सिस्टम नहीं थे, जिसके कारण उसका वायु रक्षा तंत्र कमजोर था। लेकिन अब चीन ने अनहुई प्रांत के हेफ़ेई में एक रडार प्रदर्शनी के दौरान पहली बार अपने नए रडार सिस्टम का खुलासा किया है। इसे चीन की सरकारी कंपनी चाइना इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नोलॉजी ग्रुप कॉरपोरेशन (CETC) ने बनाया है और यह एक ट्रक-माउंटेड सिस्टम है। यानी इसे ट्रक से आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। चीन ने दावा किया है कि JY-27V रडार में स्टील्थ फाइटर जेट को ट्रैक करने की क्षमता है। यह स्टील्थ फाइटर जेट को ट्रैक करने के लिए उच्च आवृत्ति रेडियो तरंगों का लाभ उठाता है, जिससे सटीक हमलों के लिए एयर डिफेंस सिस्टम की क्षमता और बढ़ जाती है।
खतरे में पड़ जाएंगे अमेरिकी फाईटर जेट
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन दक्षिण चीन सागर और ताइवान स्ट्रेट जैसे विवादित क्षेत्रों में अमेरिकी फाइटर जेट को ट्रैक करने के लिए इस रडार सिस्टम को तैनात करने की योजना बना रहा है। इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर स्टेल्थ तकनीक का पता लगाने वाले रडार सिस्टम भी बन गए हैं, तो आधुनिक युद्ध में स्टेल्थ फाइटर जेट के भविष्य को लेकर सवाल उठते हैं।
JY-27V रडार की क्षमता क्या है?
JY-27V रडार चीन के पुराने JY-27A का उन्नत संस्करण है, जिसका उद्देश्य अमेरिका के स्टेल्थ फाइटर जेट को टक्कर देना है। शनिवार से सोमवार तक हेफ़ेई में आयोजित वर्ल्ड रेडियो डिटेक्शन एंड रेंजिंग एक्सपो में इसे पहली बार दुनिया के सामने पेश किया गया है और चिवन ने यह बताने की कोशिश की है कि अब उसके पास ऐसा रडार है जो स्टेल्थ फाइटर जेट का पता लगाएगा। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने दावा किया है कि रडार का सक्रिय इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे (AESA) एंटीना मिनटों में खुल सकता है और काम करना शुरू कर सकता है, जिससे युद्ध के मैदान में इसकी तत्काल तैनाती और सक्रियता में मदद मिलती है। इसमें एक बहुत बड़ा एंटीना लगा हुआ दिखाई देता है, जो दावे के अनुसार स्टेल्थ फाइटर को ट्रैक करने की क्षमता देता है।
हालांकि, बल्गेरियनमिलिट्री डॉट कॉम ने विशेषज्ञों के हवाले से कहा कि स्टील्थ एयरक्राफ्ट का पता लगाना चुनौती का केवल एक हिस्सा है। मिसाइल को तेज गति से चलने वाले, कम दृश्यता वाले लक्ष्य को निशाना बनाने के लिए रडार और फायर-कंट्रोल सिस्टम के बीच सटीक समन्वय की आवश्यकता होती है, तो क्या वास्तव में चीन के पास वह क्षमता है? फिर भी, JY-27V रडार का अनावरण बढ़ते क्षेत्रीय तनाव के बीच हुआ है। हाल के वर्षों में, चीन ने दक्षिण चीन सागर में अपनी सैन्य उपस्थिति का विस्तार किया है। इसने अपने हथियारों को फ़ायरी क्रॉस रीफ़ और सुबी रीफ़ जैसे सैन्यीकृत द्वीपों पर तैनात किया है, जहाँ चीन ने पहले से ही उन्नत रडार तैनात किए हैं, जो एक साथ मिलकर एक एकीकृत रक्षा नेटवर्क का हिस्सा बनते हैं।
पाकिस्तान को मिल सकता है रडार सिस्टम
माना जा रहा है कि चीन भविष्य में पाकिस्तान को भी यह रडार दे सकता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने काफी आसानी से पाकिस्तान के चीनी एयर डिफेंस सिस्टम और रडार सिस्टम को नष्ट कर दिया था। जिससे पाकिस्तान बेबस होकर रह गया था। ऐसे में अगर चीन अपने नए रडार सिस्टम को पाकिस्तान जैसे अपने सहयोगियों को सौंपता है, तो इससे इनकार नहीं किया जा सकता। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान यह साबित हो चुका है कि पाकिस्तान चीन के लिए हथियारों का डंपिंग ग्राउंड है और वह अपने हथियारों का इस्तेमाल पाकिस्तान में करना चाहता है। इसलिए, अगर आने वाले समय में चीन यह रडार पाकिस्तान को सौंप दे तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा।
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