Corona Return in Europe

इंडिया न्यूज, लंदन:

Corona Return in Europe जनवरी 2020 से लगातार कोरोना संक्रमण ने पूरी दुनिया को परेशान कर रखा है। इस जानलेवा संक्रमण से लाखों लोगों की मौत हो गई और करोड़ों लोग इससे संक्रमित हुए।
यूरोप वह हिस्सा रहा जहां इस संक्रमण ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई कई देशों के हालात तो इतने खतरनाक हो गए थे कि अस्पताल और श्मशान घाट में जगह ही नहीं बची थी।

Corona Return in Europe दोनों खुराक लेने के बावजूद लोग हो रहे संक्रमित

पिछले कुछ माह से टीकाकरण और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए यूरोप ने इस महामारी पर नियंत्रण पा लिया था। लेकिन एक बार फिर से यूरोप में कोरोना का कहर बढ़ने लगा है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि सबसे कम टीकाकरण वाले देशों में ही नहीं, बल्कि उन देशों में भी नए मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है, जहां बड़ी आबादी को दोनों खुराक हासिल हो चुकी है। विशेषज्ञ कोविड प्रोटोकॉल की अनदेखी और वैक्सीन से विकसित प्रतिरोधक क्षमता में आई कमी को इसकी मुख्य वजह मान रहे हैं।

Corona Return in Europe संवेदनशील दौर से गुजर रहा यूरोप

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के प्रो. फ्रांकोइस बैलुक्स ने कहा कि यूरोप महामारी को लेकर बेहद संवेदनशील दौर से गुजर रहा है। ब्रिटेन और रूस जैसे देशों में बीते एक हफ्ते से रोजाना औसतन 30 से 40 हजार मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, जर्मनी में तो बीते गुरुवार 50 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए, जबकि सप्ताह के शुरुआती दो दिनों में यह आंकड़ा 30 हजार से काफी नीचे था।

Corona Return in Europe बूस्तर डोज देने का दबाव बढ़ा

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यूरोपीय देशों में कोरोना के नए मामलों में लगातार जारी इजाफे को देखते हुए बूस्टर डोज लगाने की प्रक्रिया में तेजी लाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, कोरोना संक्रमितों की संख्या में वृद्धि याद दिलाती है कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। सार्स-कोव-2 वायरस के प्रसार पर लगाम लगाने के लिए बूस्टर डोज देना समय की मांग बन गया है।

Also Read : Shilpa Shetty And Raj Kundra पर लगा 1.51 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप

Connect With Us : Twitter Facebook