INDIA NEWS (DELHI): ओडिशा के एक होटल में मिले दो रूसी पर्यटकों के लाश के पोस्टमार्डम के बाद हिन्दू रीती रिवाज से किये गए दाह संस्कार पर उठ रहे है सवाल – पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि रूसी पर्यटकों के शवों का अंतिम संस्कार क्यों किया गया? शवों को उनके देश रूस क्यों नहीं भेजा गया? क्यों उन्हें उनकी प्रथाओं के अनुसार दफन नहीं किया गया।
मनीष तिवारी ने कहा हरक्यूल पोयरोट कहते है की ” जली हुई लाशें कोई कहानी बया नहीं करती हैं। “दरअसल, ओडिशा के रायगड़ा के एक होटल में 28 दिसंबर दिन मंगलवार को 2 रूसी पर्यटकों की मौत का मामला सामने आया था।
इस होटल में कुल चार रूसी पर्यटक रुके हुए थे। उन चार पर्यटकों में से एक की मौत 22 दिसंबर को हार्ट अटैक से हुई और दूसरे की मौत 25 दिसंबर को रहस्यमयी स्थिती में हुई। पोस्टमॉर्टम के बाद रूसी नागरिकों का रायगड़ा में हिंदू रीति रिवाजों से दाह संस्कार किया गया। अब इसको लेकर भी सवाल उठाया जा रहा है।
कैंसे हुई दो रूसी पर्यटकों की मौत
दरअसल, 25 दिसंबर को 65 वर्षीय रूसी नेता और कारोबारी पावेल एंटोव की होटल की तीसरी मंजिल से नीचे गिरकर मौत हो गई थी। होटल के स्टाप को खून से लथपथ हालत में उनका शव मिला था और पावेल के साथ आए व्लादिमिर बिडेनोव जिनकी मृत्यु 22 दिसंबर को उसी होटल में हुई थी। वह उसी होटल की पहली मंजिल पर दूसरे कमरे में बेहोशी की हालत में पड़े थे और उनके लाश के पास से बहुत सारे शराब की खाली बोतलें मिली थी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है , जिसमें दो रूसी पर्यटक की मौत को लेकर जानकारी देते हुए, उन्होंने कहा कि शवों को उनके देश रूस क्यों नहीं भेजा गया। फिहल ,ओडिशा पुलिस ने इस मामले में किसी भी तरह की साजिश की बात नहीं की है।