India News(इंडिया न्यूज),Denmark Military Service: यूरोप में बदलते सुरक्षा परिदृश्य के बीच डेनमार्क ने अपनी सेना में महिलाओं को भर्ती करने का फैसला किया है। इससे पुरुषों और महिलाओं के लिए सेना में सेवा अवधि चार महीने से बढ़कर 11 महीने हो जाएगी।
पीएम मेटे फ्रेडरिकसेन ने क्या कहा?
डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने कहा कि हम सेना में भर्ती का विस्तार करने जा रहे हैं। नई रणनीति का लक्ष्य सेना में युवाओं का अनुपात बढ़ाना है। वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्थाओं को चुनौती दी जा रही है। ऐसे में हम युद्ध, विनाश या पीड़ा की तलाश में संगठित नहीं हो रहे हैं, बल्कि युद्ध से बचने के लिए संगठित हो रहे हैं।
अल जज़ीरा के अनुसार, डेनमार्क की सेना में वर्तमान में 9,000 पेशेवर सैनिक हैं और लगभग 4,700 सैनिक प्रारंभिक प्रशिक्षण ले रहे हैं। नाटो के संस्थापक सदस्य डेनमार्क का इरादा अगले पांच वर्षों में रक्षा खर्च को 40.5 बिलियन डेनिश क्राउन (लगभग 5.9 बिलियन डॉलर) तक बढ़ाने का है।
फिनलैंड सीमा पर सेना भेजेगा रूस!
आपको बता दें कि 1990 के दशक की शुरुआत में शीत युद्ध की समाप्ति के बाद डेनमार्क ने अपनी सैन्य शक्ति कम कर दी थी, लेकिन रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद इस महाद्वीप पर नई सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को घोषणा की कि रूस फिनलैंड के साथ सीमा पर सेना भेजेगा। यूक्रेन पर हमले के बाद फिनलैंड पिछले साल ही नाटो में शामिल हुआ था।
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