India News (इंडिया न्यूज),India-Pakistan Tension:कहते हैं मुश्किल वक्त में ही अपनों और परायों का पता चलता है। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भारत को उन सभी देशों के बारे में भी पता चल रहा है जो भारत के दोस्त होने का दिखावा कर रहे थे और पीछे से पाकिस्तान की मदद कर रहे थे। तुर्की और अजरबैजान के बाद जॉर्जिया मेलोनी की इटली ने भी अपने पत्ते खोल दिए हैं। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच इटली ने पाकिस्तान के साथ संसदीय समझौता किया है।
इन बातों पर हुई चर्चा
पाकिस्तान की सीनेट के चेयरमैन सैयद यूसुफ रजा गिलानी ने इटली चैंबर ऑफ डेप्युटीज के चेयरमैन लोरेंजो फोंटाना से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने पर बात की। इटली और पाकिस्तान के बीच संसदीय सहयोग बढ़ेगा दोनों नेताओं ने लोगों के बीच संपर्क बनाने के लिए संसदीय सहयोग और आदान-प्रदान को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई। दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान में विकास पर भी चर्चा की। गिलानी ने कहा कि अफगानिस्तान पाकिस्तान का भाईचारा वाला देश है और इस्लामाबाद एक स्थिर, शांतिपूर्ण और समृद्ध अफगानिस्तान चाहता है।
इटली के निचले सदन के स्पीकर फोंटाना ने कहा कि वह अपने समकक्ष नेशनल असेंबली के स्पीकर सरदार अयाज सादिक द्वारा पाकिस्तान आने के लिए दिए गए निमंत्रण को स्वीकार करेंगे। उन्होंने सहयोग और आदान-प्रदान को औपचारिक रूप देने के लिए दोनों संसदों के बीच एक समझौते को संपन्न करने की इच्छा व्यक्त की। इस समझौते के बाद दोनों देशों के सांसद और प्रतिनिधि एक-दूसरे के देशों का दौरा करेंगे।
संबंधों को मजबूत करने की पहल
साथ ही इसके जरिए दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की पहल की जाएगी। इटली ने दिखाया अपना असली रंग इटली के प्रधानमंत्री मेलोनी कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना दोस्त बता चुके हैं और भारत के करीबी होने का दावा कर चुके हैं। वहीं, उनके नेताओं और अधिकारियों द्वारा ऐसे समय में पाकिस्तान के साथ समझौता करना विश्वासघात माना जा रहा है। कुछ लोगों का मानना है कि भारत को इस लड़ाई में अपने असली हमदर्दों का पता चल गया है।