India News (इंडिया न्यूज),Dire wolves: अमेरिका के डलास शहर से एक दिलचस्प खबर सामने आई है। डलास स्थित बायोटेक फर्म कोलोसल बायोसाइंसेज ने विलुप्त जानवरों को लेकर एक अहम घोषणा की है। कोलोसल बायोसाइंसेज विलुप्त जानवरों को वापस लाने के अपने मिशन में सफल हो गई है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने सोमवार को कहा कि उसने तीन डायर वोल्व्स को फिर से जीवित कर दिया है।

डायर वोल्व्स को लोकप्रिय सीरीज ‘गेम ऑफ थ्रोन्स’ में देखा गया था, लेकिन यह प्रजाति धरती से विलुप्त हुए 12 हजार साल से भी ज्यादा समय हो चुका है। कोलोसल ने 2022 में तब सुर्खियां बटोरीं, जब उसने विलुप्त हो चुके वूली मैमथ को वापस लाने के अपने लक्ष्य की घोषणा की। हालांकि, तब तक कंपनी सिर्फ वूली माउस को वापस लाने में ही सफल हो पाई थी।। डायर वुल्फ जैसे शिकारी जानवर को दोबारा लाना, भविष्य में इकोसिस्टम के लिए क्या मायने रखेगा।

यह कैसे संभव हुआ?

कोलोसल अपनी जीन एडिटिंग तकनीक को न केवल प्राचीन जीवों को वापस लाने का एक साधन बताता है, बल्कि स्वास्थ्य और जैव विविधता के क्षेत्र में इसके लिए लाभकारी उपयोग विकसित करने की संभावना भी बताता है। अपनी नई उपलब्धि के बारे में बात करते हुए कोलोसल ने कहा, “इस तकनीक से तीन डायर वुल्फ बच्चे पैदा हुए हैं, जिनमें दो नर, रेमस और रोमुलस और खलीसी नाम की एक मादा भेड़िया शामिल है, जिसका वजन 80 पाउंड है।” आपको बता दें कि खलीसी नाम लोकप्रिय सीरीज ‘गेम ऑफ थ्रोन्स’ के एक किरदार के नाम पर रखा गया है।

डायर वुल्फ बच्चे आम भेड़ियों से कितने अलग हैं?

इन डायर वुल्फ बच्चों को अमेरिका में एक गुप्त स्थान पर रखा गया है। तीनों ही गाय, हिरण और घोड़े के मांस के साथ-साथ विशेष किबल खाते हैं। दोनों नर डायर वुल्फ बच्चे अपने सबसे करीबी जीवित रिश्तेदार ग्रे वुल्फ के बच्चों से लगभग 20 से 25% बड़े हैं। कोलोसल का अनुमान है कि पूरी तरह से विकसित होने पर इन भयानक भेड़ियों का वजन लगभग 140 पाउंड होगा। कोलोसल के सीईओ बेन लैम ने कहा, “अगर हम सफल होते हैं, तो हम ऐसी तकनीकें बना पाएंगे जो मानव स्वास्थ्य और संरक्षण में भी मदद कर सकती हैं।”

क्या अन्य विलुप्त जानवर भी वापस आएंगे?

कंपनी का लक्ष्य लंबे समय से विलुप्त जानवरों – जैसे डोडो और तस्मानियाई बाघ – को वापस लाना है – जो कई पैलियो-जेनेटिक्स के बीच संदेह का कारण रहा है। साथ ही, प्राकृतिक दुनिया के साथ इस तरह के हस्तक्षेप के बारे में नैतिक प्रश्न उठाए जा रहे हैं। इसके बावजूद, निवेशकों का उत्साह कम नहीं हुआ है। प्रेरक वक्ता टोनी रॉबिंस और पेरिस हिल्टन जैसे नामों को पहले ही कोलोसल की दो स्पिनऑफ कंपनियों से इक्विटी के रूप में रिटर्न मिलना शुरू हो गया है। कोलोसल का दावा है कि उसने क्लोनिंग के माध्यम से अब तक दुनिया के सबसे लुप्तप्राय भेड़ियों में से एक – लाल भेड़िये के दो शावकों का सफलतापूर्वक उत्पादन किया है।

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