India News (इंडिया न्यूज), US Iran Tension: एक तरफ अमेरिका हूती विद्रोहियों पर हमला कर रहा है तो दूसरी तरफ ईरान को धमका रहा है। अब अमेरिका ने एक कदम आगे बढ़कर कुछ ऐसा किया है जिससे ईरान भड़क गया है। दरअसल, अमेरिका का एक जासूसी ड्रोन ईरान के परमाणु स्थल के करीब पहुंच गया और घंटों तक चक्कर लगाता रहा। ईरान के नूर न्यूज ने वायुसेना के हवाले से बताया कि ईरानी एफ-14 लड़ाकू विमान और टोही ड्रोन तुरंत भेजे गए। ईरान की वायुसेना को आता देख अमेरिकी ड्रोन पीछे हट गया और ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकल गया। नूर न्यूज का कहना है कि ईरान के सशस्त्र बल हाई अलर्ट पर हैं और मध्य पूर्व में दुश्मन के किसी भी हमले का जवाब देने के लिए तैयार हैं।
अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ेगा तनाव
यह घटना अमेरिका और ईरान के बीच तनाव को और भी बढ़ाने वाली है। सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया था कि यमन के हूती विद्रोहियों के किसी भी हमले के लिए वह ईरान को जिम्मेदार ठहराएंगे। अपनी सीमा के पास ड्रोन को देखकर ईरान भड़क गया। ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स वायुसेना ने धमकी दी है कि हम अपने हवाई क्षेत्र में घुसने वाले किसी भी दुश्मन के विमान को मार गिराएंगे।
ईरान ने अमेरिका को दी धमकी
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, अमेरिका ने धमकी दी थी कि ईरान हूती विद्रोहियों को अपना समर्थन बंद कर दे। इससे नाराज ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने रविवार को किसी भी हमले का निर्णायक जवाब देने की धमकी दी। ईरानी गार्ड्स के प्रमुख होसैन सलामी ने रविवार को भाषण दिया। इसमें उन्होंने ट्रंप की धमकियों की निंदा की और कहा कि ईरान युद्ध नहीं करेगा, लेकिन अगर कोई धमकी देता है तो वह उचित और निर्णायक जवाब देगा। उन्होंने हूथी विद्रोहियों को यमन के लोगों का प्रतिनिधि बताया।
अमेरिकी हमले में 53 लोगों की मौत
यमन में हूती विद्रोहियों को निशाना बनाकर किए गए अमेरिकी हवाई हमलों में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई और करीब 100 लोग घायल हो गए। हूती विद्रोहियों द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। अमेरिका के इन हमलों के बाद ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने भी हमलों की धमकी दी है। इससे लाल सागर में तनाव बढ़ने की आशंका है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को यमन में हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों पर सिलसिलेवार हवाई हमले करने का आदेश दिया। ट्रंप ने चेतावनी दी कि वह तब तक पूरी ताकत से हमला करते रहेंगे जब तक कि ईरान समर्थित हूती विद्रोही महत्वपूर्ण समुद्री गलियारे से गुजरने वाले मालवाहक जहाजों पर अपने हमले बंद नहीं कर देते।