India News (इंडिया न्यूज), Women’s Day 2025: दुनिया के अलग-अलग देशों में महिलाएं अब सिर्फ राजनीति का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि नेता बनकर एक नई इबारत भी लिख रही हैं। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे शीर्ष पदों पर आसीन होकर उन्होंने साबित कर दिया है कि वे किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटती हैं। आज हम उन प्रमुख महिला राष्ट्राध्यक्षों और प्रधानमंत्रियों पर नजर डालेंगे जिन्होंने सत्ता की बागडोर संभालते हुए अपने-अपने देशों में ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं।आपको जानकारी के लिए बता दें कि, दुनिया के कई देशों में महिलाएं न सिर्फ शीर्ष पदों पर पहुंचकर नेतृत्व कर रही हैं, बल्कि समाज में लैंगिक समानता के प्रति एक मज़बूत संदेश भी दे रही हैं। भारत की द्रौपदी मुर्मू से लेकर इटली की जॉर्जिया मेलोनी तक, इन महिला नेताओं ने साबित कर दिया है कि वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकती हैं और अपने देश का भविष्य संवार सकती हैं।
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
25 जुलाई 2022 को भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनने वाली द्रौपदी मुर्मू ने देश का सर्वोच्च पद संभालकर इतिहास रच दिया। इससे पहले वे 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रहीं। 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले के उपरबेड़ा गांव में जन्मीं मुर्मू अपने संघर्ष और समर्पण के कारण देश की सबसे प्रेरणादायक महिलाओं में से एक हैं। इससे पहले इंदिरा गांधी भारत की पहली प्रधानमंत्री बनीं थीं। इसके अलावा, प्रतिभा देवी सिंह पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति थीं।
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी
15 जनवरी 1977 को जन्मीं जॉर्जिया मेलोनी इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने बहुत कम उम्र में राजनीति में कदम रखा और आज दुनिया की सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं। इसके अलावा, 2019 में डेनमार्क की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बनने वालीं मेटे फ्रेडरिकसेन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता हैं। उन्होंने अपनी नीतियों और नेतृत्व क्षमता से वैश्विक पहचान बनाई है।
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन
उर्सुला वॉन डेर लेयेन जुलाई 2019 में यूरोपीय आयोग की पहली महिला अध्यक्ष बनीं। उनके नेतृत्व में यूरोपीय संघ की नीतियों में बड़ा बदलाव देखने को मिला है।
इन देशों में भी है महिलाओं का दबदबा
सारा कुगोंगेलवा नामीबिया की पांचवीं प्रधानमंत्री हैं। वे 1995 से नेशनल असेंबली की सदस्य भी हैं। 2020 में कतेरीना सकेलारोपोलू ग्रीस की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं। वे संवैधानिक और पर्यावरण कानून की विशेषज्ञ भी हैं। 2020 में माया सैंडू मोल्दोवा की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं। वे इससे पहले भी देश की प्रधानमंत्री रह चुकी हैं। 2017 में आइसलैंड की प्रधानमंत्री बनीं कैट्रिन जैकब्सडॉटिर इससे पहले शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति मंत्री भी रह चुकी हैं।
साल 2018 में इथियोपिया की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं साहले-वर्क ज़ेवडे ने संयुक्त राष्ट्र में भी अहम भूमिका निभाई है। 2018 में जॉर्जिया की राष्ट्रपति बनीं सैलोम ज़ौराबिचविली पहले देश की विदेश मंत्री भी रह चुकी हैं। 2016 में हिल्डा हेन मार्शल आइलैंड्स की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं और उन्होंने देश की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया।
दुनिया के इन देशों में सत्ता की बागडोर संभाल रही महिलाएं
- मिया मोटली – बारबाडोस की प्रधान मंत्री
- विक्टॉयर टोमेगाह डोगबे – टोगो के प्रधान मंत्री
- सामिया सुलुहु हसन – तंजानिया के राष्ट्रपति
- वजोसा उस्मानी – कोसोवो के राष्ट्रपति
- फियामे नाओमी माताफा – समोआ के प्रधान मंत्री
- सैंड्रा मेसन – बारबाडोस के राष्ट्रपति
- शियोमारा कास्त्रो – होंडुरास के राष्ट्रपति
- दीना बोलुअर्ट – पेरू की राष्ट्रपति
- नतासा पिर्क मुसर – स्लोवेनिया के राष्ट्रपति
- क्रिस्टीन कंगालू – त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति
- इविका सिलिना – लातविया के प्रधान मंत्री
- सिल्वेनी बर्टन – डोमिनिका के राष्ट्रपति
- मरियम स्पिटेरी डेबोनो – माल्टा के राष्ट्रपति
- गोर्डाना सिलजानोव्स्का-दावकोवा – उत्तरी मैसेडोनिया की राष्ट्रपति
- डिथ सुमिनावा – कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य की प्रधानमंत्री
- हाला टॉमसडॉटिर – थाईलैंड की प्रधानमंत्री
- क्लाउडिया शीनबाम – मेक्सिको की राष्ट्रपति