India News (इंडिया न्यूज), Trump High-Fi Statements : भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर करवाने के दावे पर घिरते हुए देख अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने बयान से पलट गए हैं। वैसे ये कोई पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने पहले जोश में आकर बड़े-बड़े बोले और फिर विवाद होने पर उससे पलट गए। इससे पहले उन्होंने भारत में वोटर टर्नआउट के लिए मोटी रकम भेजे जाने की बात कही थी, लेकिन बाद में वो गलत साबित हुई।
पहले दिया बयान, फिर पलटे अपनी बात से
पिछले हफ्ते भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहा सैन्य टकराव रुक गया और दोनों देशों के बीच सीजफायर हो गया। इसमें भी ट्रंप ने सबसे पहले आकर वाहवाही लेने के चक्कर में पोस्ट कर दावा किया कि अमेरिका ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक युद्धविराम करवाया।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर ट्रंप ने लिखा, लंबी बातचीत के बाद, अमेरिका की मध्यस्थता से भारत और पाकिस्तान ने तत्काल और पूर्ण युद्धविराम पर सहमति जताई। लेकिन भारत की तरफ से इस दावे को खारिज कर दिया गया, जिसके बाद ट्रंप की जमकर खिल्ली उड़ी। बाद में खुद को घिरता हुआ देख ट्रंप अपने बयान से पलट गए।
कश्मीर मुद्दे पर भी मध्यस्थता की पेशकश
सीजफायर के अलावा ट्रंप दोनों देशों के सामने कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने की पेशकश कर चुके हैं। पाकिस्तान इसके लिए तैयार है लेकिन भारत ने इसे खारिज कर दिया है और ट्रंप को कहा है कि कश्मीर भारत – पाकिस्तान के बीच का मुद्दा है इसमें किसी तीसरे पक्ष के आने की कोई जरूरत नहीं है। यही नहीं ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच लड़ाई को सैकड़ों साल पुरानी बताया था और कहा था कि उन्होंने दोनों देशों का संघर्ष रुकवा दिया।
बयानों से पलटने की पुरानी आदत
याद दिला दें कि फरवरी 2025 में उस वक्त ट्रंप ने अपने बयान से भारत में खलबली मचा दी थी, जब उन्होंने दावा किया था कि अमेरिका ने भारत के चुनावों में वोटर टर्नआउट के लिए 21 मिलियन डॉलर दिए। लेकिन बाद की जांच में ऐसे किसी फंड का कोई सबूत नहीं मिला था।