India News (इंडिया न्यूज), Ex-RAW Official Charged in US: कनाडा और भारत के बीच पिछले कुछ दिनों से खालिस्तान को लेकर विवाद बढ़ गया है। इस बीच अमेरिका ने पूर्व रॉ अधिकारी विकास यादव पर न्यूयॉर्क शहर में रहने वाले खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश रचने का आरोप लगाया है। अमेरिकी न्याय विभाग ने पूर्व भारतीय खुफिया अधिकारी पर हत्या के लिए पैसे देने और धन शोधन का आरोप लगाया है। हालांकि वो अभी भी फरार है। दरअसल, पन्नू ने एक्स पर एक बयान में कथित हत्या की साजिश को भारत के अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का एक स्पष्ट मामला और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए खतरा बताया था।

अमेरिकी अटॉर्नी जनरल ने क्या कहा?

अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक बी गारलैंड ने कहा कि आज के आरोप दर्शाते हैं कि न्याय विभाग अमेरिकियों को निशाना बनाने और उन्हें खतरे में डालने तथा प्रत्येक अमेरिकी नागरिक के अधिकारों को कमजोर करने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेगा। दरअसल, कथित तौर पर यह साजिश मई 2023 में शुरू हुई थी, जिसका नेतृत्व यादव ने किया था, जो उस समय भारत सरकार का कर्मचारी था। यादव ने कथित तौर पर भारत और विदेशों में व्यक्तियों के साथ मिलकर भारत में नामित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रची थी।

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इस बीच, यादव द्वारा भर्ती किए गए आरोपी भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को पिछले जून में भारत से यात्रा करने के बाद प्राग में गिरफ्तार किया गया था। गुप्ता को तब से अमेरिका में प्रत्यर्पित किया गया है और उसने हत्या की साजिश के आरोपों में खुद को निर्दोष बताया है। अभियोग में यादव की कथित योजना का विवरण है, जिसमें “संयुक्त राज्य अमेरिका में पीड़ित की हत्या की साजिश रचने” के लिए गुप्ता को काम पर रखना शामिल है।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

वहीं इन आरोपों के जवाब में, भारतीय विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की कि अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोग में नामित व्यक्ति अब भारत सरकार से संबद्ध नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग ने हमें सूचित किया है कि न्याय विभाग के अभियोग में नामित व्यक्ति अब भारत में कार्यरत नहीं है। मैं पुष्टि करता हूं कि वह अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने एक इंटर से मुलाकात की थी। एफबीआई, न्याय विभाग और विदेश विभाग की एजेंसी टीम, जांच में चल रहे सहयोग पर प्रकाश डाल रही है।

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