India News (इंडिया न्यूज), FBI Chief Kash Patel: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार (30 नवंबर) को भारतीय मूल के काश पटेल को संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) का निदेशक नियुक्त किया। ट्रंप के सबसे भरोसेमंद लोगों में से एक काश पटेल 20 जनवरी, 2025 को नई सरकार के कार्यकाल के साथ इस शक्तिशाली पद को संभालेंगे। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि कश्यप ‘काश’ एफबीआई के अगले निदेशक के रूप में काम करेंगे। काश एक शानदार वकील, जांचकर्ता और अमेरिका फर्स्ट योद्धा हैं। जिन्होंने अपना करियर भ्रष्टाचार को उजागर करने, न्याय की रक्षा करने और अमेरिकी लोगों की रक्षा करने में बिताया है।

कौन है काश पटेल?

बता दें कि, काश पटेल का पूरा नाम कश्यप पटेल है। काश पटेल के माता-पिता युगांडा में रहते थे। उनके पिता 1970 के दशक में बेहतर जीवन की तलाश में अमेरिका आए थे। जिसके बाद काश पटेल का जन्म साल 1980 में न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में हुआ। उन्होंने कानून की पढ़ाई की। काश, जिन्हें नस्लवाद विरोधी माना जाता है, उन्होंने इससे पहले ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन फैकल्टी ऑफ लॉ से अंतरराष्ट्रीय कानून में सर्टिफिकेट भी हासिल किया था। काश पटेल कार्यवाहक रक्षा सचिव क्रिस्टोफर मिलर के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ के तौर पर काम कर चुके हैं। इससे पहले काश राष्ट्रपति के डिप्टी असिस्टेंट और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में आतंकवाद निरोध के सीनियर डायरेक्टर के तौर पर भी काम कर चुके हैं।

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काश को आतंकवादियों से निपटने में महारत हासिल

गौरतलब है कि, डोनाल्ड ट्रंप के पिछले कार्यकाल में भी काश पटेल को अहम जिम्मेदारी दी गई थी। तब उन्होंने ISIS, अल-बगदादी और कासिम अल-रिमी जैसे अल-कायदा नेताओं को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई थी। जिसके बाद काश पटेल ट्रंप की नजरों में आए। उन्होंने अमेरिकी बंधकों को वापस घर लाने में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा कश्यप पटेल ने नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर और इंटेलिजेंस पर हाउस परमानेंट सेलेक्ट कमेटी के सीनियर काउंसल के तौर पर भी काम किया। साथ ही काश पटेल अमेरिका की स्टेट और फेडरल कोर्ट में हत्या, तस्करी जैसे केस लड़ चुके हैं।

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