India News (इंडिया न्यूज), France New Fighter Jet: फ्रांस राफेल लड़ाकू विमान का सबसे उन्नत संस्करण लॉन्च करने की योजना बना रहा है। इस संस्करण का नाम राफेल एफ 5 है, जिसे सुपर राफेल के नाम से भी जाना जाता है। फ्रांस का राफेल एफ 5 लड़ाकू विमान हवाई युद्ध में क्रांति ला सकता है। राफेल एफ 5 बनाने वाली कंपनी डसॉल्ट एविएशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिक ट्रैपियर ने आने वाले महीनों में फ्रांस सरकार से विकासात्मक अनुबंध मिलने की उम्मीद जताई है। उम्मीद है कि सुपर राफेल लड़ाकू विमान 2030 तक फ्रांसीसी वायु सेना का औपचारिक हिस्सा बन सकता है।
उन्नत तकनीकों से होगा लैस
जानकारी के अनुसार, सुपर राफेल को मौजूदा F4 वैरिएंट की तुलना में काफी उन्नत तकनीकों से लैस किया जा रहा है। इस विमान को खास तौर पर अमेरिकी F-35 से सीधे मुकाबले के लिए डिजाइन किया गया है। ऐसे में डसॉल्ट एविएशन और फ्रांसीसी रक्षा उद्योग सुपर राफेल विमान के जरिए वैश्विक हवाई प्रभुत्व में अपना स्थान फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहा है लेकिन फ्रांस ने पलटवार किया है। बताया जा रहा है कि, सुपर राफेल एफ4 के अपग्रेड से कहीं ज्यादा एडवांस है। इसमें पांचवीं पीढ़ी और छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान की हर तकनीक शामिल होगी। इतना ही नहीं, यह विमान इतना एडवांस होगा कि दुश्मन के रडार को इसके आने और वापस लौटने की भनक तक नहीं लगेगी।
हमला करने में भी होगा सक्षम
सुपर राफेल परमाणु हमला करने में भी सक्षम होगा। इसके साथ ही यह पारंपरिक हथियार भी दागने में सक्षम होगा। सुपर राफेल में पहले की तरह एक गन भी लगी होगी, जो मौका पड़ने पर दुश्मन के विमान पर नजदीक से फायर कर सकती है। फ्रांस के राफेल विमान को अमेरिकी एफ-35 ने काफी हद तक मात दे दी है। एफ-35 पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जिसे दुनिया का सबसे ताकतवर ऑपरेशनल लड़ाकू विमान कहा जाता है। वहीं, राफेल एफ4 पांचवीं पीढ़ी से थोड़ा कम 4++ पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। इसके बावजूद फ्रांस के पड़ोसी देशों ने भी राफेल के मुकाबले एफ-35 विमान को तरजीह दी है। यूरोप को F-35 का गढ़ कहा जाता है, जबकि राफेल ने मध्य पूर्व और एशिया को अपना गढ़ बना लिया है। राफेल को इंडोनेशिया से भी ऑर्डर मिला है।