India News (इंडिया न्यूज), Friendship Marriage: दुनिया के कई देशों में शादी की परंपरा और उसकी जरूरत को लेकर अलग-अलग विचारधाराएं हैं। किसी के लिए शादी एक अनिवार्य सामाजिक संस्था है, तो किसी के लिए यह एक बंधन। लेकिन जापान में एक नया ट्रेंड सामने आ रहा है, जिसे ‘फ्रेंडशिप मैरिज’ कहा जा रहा है। इसमें न तो प्यार जरूरी है और न ही शारीरिक संबंध।
शादी से दूरी बना रहे जापानी युवा
जापान में जन्म दर तेजी से गिर रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में केवल 7,20,988 बच्चों का जन्म हुआ, जबकि 16,18,684 लोगों की मौत हुई। यह पिछले 125 वर्षों में सबसे कम जन्म दर है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगर यही हाल रहा, तो 2720 तक जापान में केवल एक बच्चा बचेगा। इस गिरती जन्म दर का एक प्रमुख कारण यह है कि जापान में युवा शादी से दूरी बना रहे हैं। जो लोग शादी कर भी रहे हैं, वे आर्थिक अस्थिरता और बढ़ती महंगाई की वजह से बच्चों को जन्म देने से बच रहे हैं। इसी सामाजिक बदलाव के चलते जापान में ‘फ्रेंडशिप मैरिज’ का चलन बढ़ रहा है।
क्या है ‘फ्रेंडशिप मैरिज’?
फ्रेंडशिप मैरिज एक अनोखी विवाह प्रणाली है, जिसमें एक पुरुष और एक महिला शादी तो करते हैं, लेकिन उनके बीच प्रेम या शारीरिक संबंध नहीं होते। वे केवल एक साझा जीवनशैली अपनाने के लिए एक साथ रहते हैं। यह परंपरागत लव मैरिज से पूरी तरह अलग है और न ही यह सबसे अच्छे दोस्त से शादी करने जैसा है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) की रिपोर्ट के अनुसार, जापान में इस प्रकार की शादियों का आयोजन करने वाली ‘कलर्स’ नामक एजेंसी के मुताबिक, लगभग 12,40,000 लोग इस विचार में रुचि रखते हैं। इस एजेंसी ने मार्च 2015 से अब तक 500 से अधिक जोड़ों की फ्रेंडशिप मैरिज करवाई है। इनमें से कुछ दंपत्ति माता-पिता भी बन चुके हैं।
कैसे काम करती है यह शादी?
फ्रेंडशिप मैरिज करने वाले जोड़े शादी से पहले यह तय करते हैं कि वे साथ रहेंगे या अलग-अलग। उनके रिश्ते में पारंपरिक शादी जैसी कोई बाध्यता नहीं होती। वे शादी से पहले हर छोटी-बड़ी बात पर चर्चा करते हैं, जैसे घर के खर्च कैसे बांटे जाएंगे, खाना कौन बनाएगा, यहां तक कि फ्रिज की जगह कैसे बांटी जाएगी। अगर वे माता-पिता बनना चाहते हैं, तो ‘इन्सेमिनेशन’ जैसी प्रक्रियाओं का सहारा लेते हैं। इस रिश्ते में दोनों को यह स्वतंत्रता होती है कि वे शादी के बाहर किसी अन्य व्यक्ति के साथ रोमांटिक या शारीरिक संबंध बना सकते हैं।
क्यों बढ़ रही है फ्रेंडशिप मैरिज की लोकप्रियता?
- महंगाई और आर्थिक दबाव: जापान में जीवन यापन की लागत बहुत अधिक है, जिससे पारंपरिक शादी और बच्चों की परवरिश करना मुश्किल हो रहा है।
- करियर प्राथमिकता: युवा करियर को प्राथमिकता दे रहे हैं और पारंपरिक शादी को अपने करियर के आड़े नहीं आने देना चाहते।
- शादी से जुड़े सामाजिक दबाव से बचाव: पारंपरिक शादी में परिवार और समाज की ओर से आने वाले दबाव से बचने के लिए लोग फ्रेंडशिप मैरिज को चुन रहे हैं।
- शारीरिक संबंधों की कोई बाध्यता नहीं: कुछ लोग रिश्तों में शारीरिक संबंधों की अनिवार्यता से बचना चाहते हैं, इसलिए यह विकल्प उन्हें आकर्षित कर रहा है।
सरकार के लिए सिरदर्द बना नया ट्रेंड
जापान सरकार के लिए गिरती जन्म दर और शादी से दूर भागती युवा पीढ़ी एक बड़ी चिंता बन गई है। सरकार शादी को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और आर्थिक मदद देने की योजना बना रही है। लेकिन युवा अब पारंपरिक शादी की जगह ऐसे विकल्प तलाश रहे हैं, जो उन्हें अधिक स्वतंत्रता दें और सामाजिक दबाव से मुक्त रखें।
क्या भारत में भी आ सकता है यह ट्रेंड?
जापान में यह ट्रेंड तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, लेकिन सवाल यह भी है कि क्या भारत जैसे पारंपरिक समाज में यह विचार स्वीकार्य होगा? भारत में शादी को अब भी एक पारिवारिक और सामाजिक व्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। हालांकि, शहरी युवाओं में शादी को लेकर बदलते विचार और करियर की प्राथमिकता को देखते हुए भविष्य में इस तरह के कॉन्सेप्ट पर चर्चा हो सकती है। फ्रेंडशिप मैरिज, शादी का एक नया रूप है, जिसमें प्रेम और शारीरिक संबंधों से अधिक महत्वपूर्ण जीवनशैली और आपसी समझ होती है। यह चलन जापान में तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन यह देश की गिरती जन्म दर के लिए एक गंभीर चुनौती भी है। अब देखना यह होगा कि भविष्य में जापान इस समस्या से कैसे निपटता है और क्या यह ट्रेंड अन्य देशों में भी अपनी जगह बना सकता है।