India News (इंडिया न्यूज), George Soros: भारत में पिछले लोकसभा सत्र के दौरान जॉर्ज सोरोस का नाम काफी चर्चा में रहा था। जब अडानी के मामले पर विपक्षी पार्टियां सत्तारूढ़ भाजपा पर हावी थी तो भाजपा ने जॉर्ज सोरोस के नाम पर कांग्रेस के नाक में दम कर दिया था। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, जॉर्ज सोरोस एक अरबपति हैं जिन पर भारत विरोधी एजेंडा चलाने का आरोप है। हंगरी में जन्मे जॉर्ज सोरोस अब अमेरिकी नागरिक हैं और उनकी कुल संपत्ति 6 अरब डॉलर से भी ज्यादा है।
रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, उनके एनजीओ ओपन सोसाइटी फाउंडेशन को पिछले 15 सालों में अमेरिकी सरकार से 270 मिलियन डॉलर की फंडिंग मिली और इसका इस्तेमाल अमेरिका, भारत, यूक्रेन, बांग्लादेश, श्रीलंका, पाकिस्तान, सीरिया और ब्रिटेन में अशांति फैलाने के लिए किया गया। सोरोस इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के मुताबिक उनकी फंडिंग मुख्य रूप से यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) से आती थी। इस एजेंसी को नए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘कट्टरपंथी वामपंथी पागलों की टीम’ कहा है।
भारत की अमीरियत पर Trump के मुंह से निकला सच? जानें दुनिया के सबसे अमीर देशों में कहां खड़ा है India
एलन मस्क ने की आलोचना
ट्रंप के दोस्त और टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क ने भी इस एजेंसी की खुलकर आलोचना की और सरकार से आग्रह किया कि इसे अब तक दी जा रही फंडिंग को तुरंत बंद किया जाए। ऐसा हुआ और USAID को दी जाने वाली सरकारी फंडिंग बंद कर दी गई। 20 जनवरी को ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसके बाद अमेरिका की सभी विदेशी सहायता निधि रोक दी गई। यूएसएआईडी फंडिंग रोकने का मतलब है कि जॉर्ज सोरोस के ओपन सोसाइटी फाउंडेशन को अब पैसे नहीं मिलेंगे। उन पर इस पैसे से अलग-अलग देशों में अशांति फैलाने का आरोप है। बताया जा रहा है कि अब उनकी संस्था अमेरिका से भागने की कोशिश कर रही है।
हंगरी के प्रधानमंत्री ने किया ये खुलासा
दरअसल, सोरोस की संस्था के अमेरिका से भागने की खबर को हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान के हाल ही में किए गए पोस्ट से हवा मिली है। जिसमें उन्होंने कहा, “चेतावनी! हमारी आशंका सच हो गई है। वैश्विक उदारवादी-सोरोस एनजीओ नेटवर्क अब ब्रुसेल्स भाग रहा है, क्योंकि राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका में उनकी गतिविधियों पर कड़ा प्रहार किया है। अब 63 एनजीओ अलग-अलग मानवाधिकार परियोजनाओं के नाम पर ब्रुसेल्स से फंड मांग रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं होगा! हम उन्हें यूरोप में सुरक्षित पनाहगाह नहीं बनाने देंगे। यूएसएआईडी फाइलों ने इस वैश्विक नेटवर्क के काले सच को उजागर कर दिया है। हम फिर से इस जाल में नहीं फंसेंगे!”
कांग्रेस का जॉर्ज सोरोस से संबंध?
अगर हम भारत की बात करें तो यहां कांग्रेस के गांधी परिवार का भी जॉर्ज सोरोस से संबंध है। हालांकि, ये आरोप कांग्रेस के विपक्षी दल और सत्ताधारी पार्टी बीजेपी की ओर से लगाए जाते हैं। 2024 में बीजेपी ने इस संबंध को विस्तार से बताते हुए कहा था कि जवाहरलाल नेहरू के चचेरे भाई बृजलाल नेहरू के बेटे बृजकुमार नेहरू की शादी हंगरी की रहने वाली फोरी नेहरू से हुई थी। चूंकि बृजकुमार जवाहरलाल नेहरू के भतीजे थे, इसलिए उनकी पत्नी राहुल गांधी की रिश्तेदार (चाची) थीं। फोरी पर जॉर्ज सोरोस से बहुत अच्छी जान-पहचान होने का आरोप है। बीजेपी के मुताबिक, यह संभव है कि गांधी परिवार ने दोस्ती निभाने के लिए भारत के कई रणनीतिक हितों की कुर्बानी दी हो।