India News(इंडिया न्यूज), Germany Elections 2025 Results: जर्मनी में हाल ही में हुए 2025 के आम चुनाव में एक ऐसी पार्टी सुर्खियों में रही है, जो अपनी दक्षिणपंथी विचारधारा के कारण विवादों में रही है। चुनाव में दूसरे नंबर पर ‘अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी’ (एएफडी) पार्टी आई, इसके बावजूद राजनीतिक हलकों में इसकी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है। इस पार्टी ने 152 सीटें जीतीं, जिससे यह जर्मन राजनीति में एक मजबूत विपक्षी ताकत बन गई।
एएफडी को दक्षिणपंथी राष्ट्रवादी पार्टी माना जाता है, जिसकी विचारधारा एडॉल्फ हिटलर की नाजी पार्टी से जुड़ी हुई है। इसकी कई नीतियां उग्र राष्ट्रवाद और जर्मन पहचान को प्राथमिकता देती हैं। यही वजह है कि जर्मनी की मुख्यधारा की पार्टियां इसे लेकर चिंता जता रही हैं।
एएफडी की लोकप्रियता के पीछे तीन प्रमुख कारण
1. अवैध अप्रवास का मुद्दा
जर्मनी में हाल के दिनों में अप्रवासियों को लेकर कई हिंसक घटनाएं देखने को मिलीं, जहां बाहरी लोगों ने मूल जर्मन नागरिकों पर हमला किया। एएफडी ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया और अपने अभियान में कहा कि अवैध अप्रवासियों को देश से बाहर निकाला जाना चाहिए। पार्टी ने जर्मनी में सख्त अप्रवास नीतियों की वकालत की, जिससे जनता का एक बड़ा वर्ग इसके समर्थन में आ गया।
2. मारिजुआना की खेती पर सख्त रुख
जबकि कई यूरोपीय देशों में मारिजुआना को वैध बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, AfD ने इसके खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। पार्टी का मानना है कि मारिजुआना को वैध बनाने से समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इस मुद्दे पर पार्टी को रूढ़िवादी मतदाताओं और युवाओं में से उन लोगों का समर्थन मिला जो जर्मनी की संस्कृति और परंपराओं की रक्षा करना चाहते हैं।
3. अमेरिका से खुला समर्थन
इस चुनाव में AfD को अमेरिका से भी जोरदार समर्थन मिला। कई अमेरिकी दक्षिणपंथी नेताओं और संगठनों ने इस पार्टी का प्रचार किया। AfD ने अपने अभियान की रणनीति में अमेरिका के साथ अपने संबंधों को जोर-शोर से बढ़ावा दिया, जिससे इसे जर्मन नागरिकों का विश्वास मिला जो व्यापार और वैश्विक रणनीतिक मोर्चों पर अमेरिका समर्थित नीतियों की वकालत करते हैं।
AfD का राजनीतिक भविष्य
हालाँकि AfD सत्ता में नहीं आई, लेकिन इसके बिना जर्मनी में कोई भी बड़ा संवैधानिक संशोधन संभव नहीं है। इसका मतलब यह है कि अन्य राजनीतिक दल अब इस पार्टी की अनदेखी नहीं कर सकते। कई मुख्यधारा की पार्टियों को इस पार्टी के बढ़ते प्रभाव से खतरा महसूस होता है।
AfD की दक्षिणपंथी विचारधारा और अप्रवासियों के प्रति सख्त रवैया इसे नाजीवाद से जोड़ता है। जर्मनी में हिटलर और उसकी विचारधारा को लेकर संवेदनशीलता है, इसलिए AfD की नीतियों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। लेकिन यह भी सच है कि जनता का एक बड़ा हिस्सा इसका समर्थन कर रहा है, जो इस बात का संकेत है कि जर्मनी में दक्षिणपंथी राजनीति एक नई दिशा में आगे बढ़ रही है।
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