इंडिया न्यूज: यूरोपीय देश जर्मनी ने शनिवार को अपने तीनों न्यूक्लियर पावर प्लांट बंद कर दिए हैं। सरकार ने पावर प्लांट को लोगों  लिए खतरा बताया है। जर्मनी के पर्यावरण मंत्री ने न्यूज एजेंसी CNN को कहा कि न्यूक्लियर एनर्जी के मुद्दे पर हमारी स्थिति बिल्कुल साफ है। उन्होंने कहा, ‘ये न तो सुरक्षित हैं, और न ही पर्यावरण के लिए बेहतर हैं।’ बता दे जर्मनी ने 60 साल पहले परमाणु ऊर्जा का इस्तेमाल शुरू किया था। दरअसल, जर्मनी 2035 तक पूरी तरह से रिन्युएबल एनर्जी पर शिफ्ट करना चाहता है। जिसके लिए सभी परमाणु पावर प्लांट्स को बंद करने का फैसला किया गया है।

  • 1997 में अपनी 30.8% एनर्जी के लिए न्यूक्लियर प्लांट्स पर निर्भर करता था जर्मनी
  • यूक्रेन वार की वजह से न्यूक्लियर पावर प्लांट बंद करने में हुई देरी

एनर्जी सप्लाई के लिए काफी हद तक रूस पर निर्भर करता है जर्मनी
रिपोर्ट्स की माने तो जर्मनी 2022 में ही अपने सारे न्यूक्लियर पावर प्लांट बंद करना चाहता था। लेकिन यूक्रेन और रशिया के जंग की वजह से जर्मनी को न्यूक्लियर पावर प्लांट को बंद करने के फैसले में देरी करनी पड़ी। बता दे जर्मनी एनर्जी सप्लाई के लिए काफी हद तक रूस पर निर्भर करता है। ऐसे में रूस पर लगे प्रतिबंधों से जर्मनी को वहां से एनर्जी सप्लाई पर कम करनी पड़ी। 1997 में जर्मनी अपनी 30.8% एनर्जी के लिए न्यूक्लियर प्लांट्स पर निर्भर करता था। जो पिछले साल घटकर केवल 6% रह गई। वित्त मंत्री ने कहा है कि ये प्लांट्स बंद करने से किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। स्टेशनों पर पहले से ही गैस स्टोर कर ली गई है।