India News (इंडिया न्यूज),Hezbollah Israel War: फवाद शुक्र, इस्माइल हनिया और प्रतिरोध के दर्जनों मध्यम और शीर्ष स्तर के कमांडरों को मारने के बाद, इजरायल ने हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह को भी मार दिया है। नसरल्लाह के खात्मे की घोषणा के बाद, इस बात पर चर्चा शुरू हो गई कि आईडीएफ को नसरल्लाह का ठिकाना कैसे पता चला, नसरल्लाह को मारने का आदेश किसने दिया? अमेरिकी अखबार एनवाईटी ने इजरायली सूत्रों के हवाले से बताया कि इजरायली खुफिया एजेंसियों ने महीनों तक हसन नसरल्लाह के ठिकाने का पता लगाया और सही समय का इंतजार किया। तीन वरिष्ठ इजरायली रक्षा अधिकारियों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि शुक्रवार को हिजबुल्लाह मुख्यालय पर हमला करने का फैसला खुद इजरायली सेना के अधिकारियों ने लिया था, क्योंकि उन्हें डर था कि नसरल्लाह जल्द ही किसी दूसरी जगह चले जाएंगे। खबरों के मुताबिक, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देने के लिए जाने से पहले ही हमले की योजना बना ली गई थी। खबरों से पता चलता है कि आईडीएफ और मोसाद को पहले से ही खुफिया इनपुट था कि हिजबुल्लाह जल्द ही एक बैठक करने जा रहा है, जिसमें हिजबुल्लाह के बड़े नेता भाग ले रहे हैं।

भारी बमबारी

न्यूयॉर्क टाइम्स के सूत्रों ने बताया कि नसरल्लाह को मारने के लिए इजरायल ने करीब 2 हजार पाउंड के बम का इस्तेमाल किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हमला इतना खतरनाक था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई और नागरिकों को भूकंप का अहसास हुआ।

अल जजीरा की खबर के मुताबिक, इजरायल ने बेरूत को अमेरिकी GBU-31 JDAM और इजरायल में बने स्पाइस 2000 बमों से तबाह कर दिया है। GBU-31 JDAM एक ऐसा लक्ष्य साधने वाला टूल किट है जो बिना गाइडेड फ्री-फॉल बमों को सटीक वारहेड में बदल देता है। JDAM किसी भी मौसम में काम कर सकता है और लड़ाकू विमानों से गिराए गए बमों को हवा से सतह पर सटीक तरीके से लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करता है।

कौन संभालेगा कमान?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिजबुल्लाह के ज्यादातर बड़े नाम खत्म हो चुके हैं। नसरल्लाह के बाद जो नाम सबसे ऊपर है, वह है सफीद्दीन। इजरायली अधिकारियों का मानना ​​है कि नसरल्लाह के बाद हिजबुल्लाह की कमान हिजबुल्लाह के वरिष्ठ नेताओं में से एक हाशेम सफीद्दीन संभाल सकते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब यह हमला हुआ, तब सफीद्दीन बैठक में मौजूद नहीं था।

सफीद्दीन को 2017 में अमेरिका ने आतंकवादियों की सूची में शामिल किया था और वह नसरल्लाह का चचेरा भाई है। फिलहाल वह हिजबुल्लाह की कार्यकारी परिषद और समूह के राजनीतिक मामलों की जिम्मेदारी संभाल रहा है।

इन रिपोर्टों से साफ पता चलता है कि इजरायल हिजबुल्लाह के खिलाफ अपनी सैन्य रणनीतियों को कितनी गंभीरता से ले रहा है और इस बात पर भी नजर रख रहा है कि हिजबुल्लाह का नेतृत्व कहां शिफ्ट होगा।

कमर के दर्द से परेशान होकर हॉस्पिटल पहुंचा ये मजदूर…लेकिन जैसे ही किया गया X-Ray फंटी-फंटी की रह गई तमाम डॉक्टरों की आंखें?