India News (इंडिया न्यूज), Israel Hezbollah War: इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच जंग अब भी जारी है। ऐसे में लगातार इजराइल की ताकत और भी ज्यादा बढ़ती जा रही है और हिजबुल्लाह कमजोर पड़ता जा रहा है। दरअसल, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मंगलवार को एक ब्रीफिंग में जानकारी दी कि, हिजबुल्लाह के मंगलवार को युद्धविराम के आह्वान से इस बात का पता चलता है कि आतंकवादी समूह बैकफुट पर है और पस्त पड़ चुका है। पूरी दुनिया में अगर चर्चा है तो सिर्फ इजराइल की कामियाबी की। इजराइल की बढ़ती ताकत ने दुनियाभर में तहलका मचा दिया है। जिसके आगे कई देश घुटने टेकते नजर आने लगे हैं ।
जहाँ एक तरफ इजराइल की ताकत बढ़ती हुई नजर आ रही है। वहीं दूसरी तरफ हिजबुल्लाह के उपनेता नईम कासिम का अब भी यही कहना है कि हमारे समूह की क्षमताएं बरकरार हैं और हम हार नहीं मानेंगे। नईम कासिम ने कहा कि हाल के हफ्तों में इजराइल के दर्दनाक प्रहार के बावजूद इजराइली जमीनी घुसपैठ को पीछे धकेल रहे हैं। जहाँ एक तरफ नईम कासिम कसा कहना है कि हम हार नहीं मानेंगे वहीं दूसरी तरफ हिजबुल्लाह हार मानता हुआ नजर आ रहा है।
- हिजबुल्लाह ने टेके घुटने
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हिजबुल्लाह ने टेके घुटने
आपको बता दें पिछले एक साल तक, दुनिया इस चीज का प्रयास कर रही थी कि किसी न किसी तरह से युद्धविराम हो जाना चाहिए इसके लिए कई देशो ने युध्हवीराम की मांग भी की थी, हिजबुल्लाह इस पर सहमत होने से इनकार कर रहा था, और अब जब वह बैकफुट पर है और पस्त हो रहा है, तो अचानक उन्होंने अपना सुर बदल लिया है और युद्धविराम चाहते हैं। इस दौरान मिलर ने कहा कि हम अंततः इस संघर्ष का कूटनीतिक समाधान चाहते हैं।
राष्ट्रपति को लेकर लेबनान में होगा बड़ा फैसला
जब मिलर सेव सवाल किया गया कि क्या अमेरिका लेबनान में नए राष्ट्रपति को चुनने की कोशिशो में लगा है और इसके बारे में बेरी से बात कर रहा है, तो इसके जवाब में मिलर ने कहा कि अमेरिकी अधिकारी अक्सर मध्यस्थों के माध्यम से लेबनान के अंदर अलग अलग खिलाड़ियों के साथ बातचीत कर रहे थे। लेकिन अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि लेबनान में राष्ट्रपति का चुनाव होगा?