India News (इंडिया न्यूज),India pakistan conflict: पहलगाम हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच जंग की संभावना कई गुना बढ़ गई है। पूरा पाकिस्तान इस समय जंग को लेकर हाई अलर्ट पर है। पाकिस्तान की आम जनता से लेकर बड़े नेता तक सब जंग को लेकर खौफ में हैं। वहीं उनका खौफ तब और बढ़ गया जब यह खबर सामने आया की भारतीय पीएम ने सेना को मंगलवार को उन्हें खुली छूट दे दी।तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बैठक में यह बात सामने आई। प्रधानमंत्री मोदी से खुली छूट मिलने के बाद भारतीय सेना और अधिक घातक हो गई है। इसका सबूत वह पहले भी दे चुकी है। पाकिस्तान भी इस बात को मानता है। इसलिए वह खौफ में है और उसे डर है कि भारत अगले 24 से 36 घंटे में उस पर हमला कर सकता है।
पहले भी सेनी को मिल चुकी है खुली छूट
यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी ने सेना को खुली छूट दी हो। इससे पहले उरी और पुलवामा हमले के बाद भी उन्होंने कार्रवाई के लिए खुली छूट दी थी। इसके अलावा 2020 में गलवान घाटी में चीन के साथ हुई झड़प के बाद भी सेना को खुली छूट दी गई थी।
- 2016-जम्मू-कश्मीर में उरी में पाकिस्तानी आतंकियों ने 18 सितंबर को सेना के कैंप पर हमला किया था, जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद देश पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा था। कहा जा रहा था कि उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। सरकार ने सेना को पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने की खुली छूट दे दी।सेना ने सरकार और देश की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। देश के वीर जवानों ने आतंकियों के कई ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। सेना ने कहा था कि वह बड़े पैमाने पर आतंकियों के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने में सफल रही है, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान कश्मीर में कानून-व्यवस्था को अस्थिर करने के लिए कर रहा था।
- 2019-इस साल फरवरी के महीने में आतंकियों ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया। इस हमले के बाद देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से का माहौल बन गया। इसका कड़ा जवाब देने की मांग उठने लगी। पीएम मोदी ने सेना को पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की खुली छूट दे दी।हमले के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि हत्यारों और उनके समर्थकों को कैसे, कब, कहां और कौन सजा देगा, यह हमारी सेना तय करेगी जो स्थिति को संभालने में सक्षम है। सेना का हौसला बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि आतंकी जहां भी छिपे होंगे, हमारे सुरक्षा बल उन्हें बाहर निकालेंगे और सजा देंगे। इसके बाद भारतीय वायुसेना ने जो किया, वह पूरी दुनिया के सामने है। उसने बालाकोट में हवाई हमला किया और आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।
चीन को भी मिला करारा जवाब
पाकिस्तान छोड़िए भारतीय सेना चीन को भी सबक सिखा चुकी है। जब 2020 में चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को उकसाया तो 20 जून को गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इसमें कई चीनी सैनिक भी मारे गए, लेकिन उसने कभी आंकड़े सामने नहीं आने दिए। इस झड़प में भारतीय सैनिकों ने चीन को करारा जवाब दिया और उसे पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।
जब यह घटना हुई थी, तब पीएम मोदी ने कहा था कि भारतीय सेना को भारतीय क्षेत्र की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाने की पूरी आजादी दी गई है। उन्होंने कहा था कि चीन द्वारा उठाए गए कदमों से पूरा देश आहत और गुस्से में है। भारत शांति और मैत्री चाहता है, लेकिन संप्रभुता बनाए रखना सर्वोपरि है।
4500 जवानों ने दिया इस्तीफा
पाकिस्तान में सेना के अफसरों और जवानों में इस्तीफों का तांता लग गया है। करीब 4500 जवान और अफसर अपनी नौकरी छोड़कर युद्ध के मैदान से भाग गए हैं। इससे सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर घबरा गए हैं। आनन-फानन में पाकिस्तानी सेना ने रिटायर्ड जवानों को वापस बुलाने का फैसला किया है। कहा जा रहा है कि 40 लाख पूर्व जवानों को वापस बुलाकर मोर्चा संभाला जा रहा है।